क्या ग्वालियर अपराध की राजधानी वासेपुर में तब्दील हो रहा है? इस महीने जिस तरह क्राइम केस हुए हैं, उससे तो यही लग रहा है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि अक्टूबर में ग्वालियर शहर में 11 बार फायरिंग की घटनाएं हो चुकी हैं। ताजा मामला तो सीधे- सीधे गैंगवार का है। ग्वालियर (Gwalior) में आधी रात को कांचमिल क्षेत्र (Kanch Mill Area) में गैंगवार (Gang War) हो गई। पांच लोगों ने छह साल पुरानी दुश्मनी का बदला लेने के लिए एक व्यक्ति पर ताबड़तोड़ गोलियां (Firing) चलाईं। इस घटना ने एक बार फिर शहर में कानून-व्यवस्था (Law and Order) की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्वालियर में इस साल दुश्मनी के चलते कई फायरिंग की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें पुलिस की भूमिका को लेकर जनता में चिंता बढ़ रही है।
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घटना की रात की पूरी कहानी
वारदात रात 12:45 बजे घटी, जब 29 वर्षीय अजय उर्फ बंटी भदौरिया (Ajay alias Bunty Bhadoria) अपने दोस्तों के साथ दुकान के काउंटर पर खाना खा रहा था। इसी बीच, दीनू सिकरवार (Dinu Sikarwar), हेमू सिकरवार (Hemu Sikarwar), और अनुराग भदौरिया (Anurag Bhadoria) समेत दो अन्य आरोपियों ने उसे घेर लिया और गोलीबारी शुरू कर दी। जान बचाने के लिए अजय ने भागने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उसका पीछा किया और पेट व पीठ में गोलियां मारीं। घटना के तुरंत बाद अजय को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
पुरानी दुश्मनी का नतीजा
इस गैंगवार का कारण 2018 में हुई एक आपसी लड़ाई है। अजय ने बताया कि 27 जनवरी 2018 को अनुराग से हुई एक मामूली झगड़े के बाद से दुश्मनी शुरू हुई थी। अनुराग और उसके साथियों ने जेल से छूटते ही इस दुश्मनी का बदला लेने का मन बना लिया था। इसके चलते वे रात के अंधेरे में आए और जानलेवा हमला किया।
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दो आरोपियों की गिरफ्तारी, बाकी की तलाश जारी
पुलिस (Police) ने इस वारदात में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी दो आरोपी फरार हैं। ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने बताया कि दोनों गुट अपराधी हैं और पुरानी रंजिश के चलते एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश में जुटी है और कांचमिल क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस घटना ने पुलिस प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है, क्योंकि पिछले एक महीने में ग्वालियर में दुश्मनी के चलते 11 फायरिंग की घटनाएं हो चुकी हैं। इस तरह की घटनाओं पर रोकथाम के लिए पुलिस द्वारा प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।
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