INDORE. मध्य प्रदेश के इंदौर चिड़ियाघर में नन्हा मेहमान आया है। यहां 5 महीने पहले जामनगर से लाए गए अफ्रीकन जेब्रा के जोड़े ने नर बच्चे को जन्म दिया है। यह पहला मौका है जब प्रदेश की धरती पर अफ्रीकन जेब्रा ने किसी बच्चे को जन्म दिया है। नया मेहमान पूरी तरह स्वस्थ्य है। जेब्रा का जन्म रविवार रात 10.30 बजे हुआ। पर्यटक जल्द ही इसके दीदार कर सकेंगे।
प्रदेश में पहली बार अफ्रीकन जेब्रा का जन्म
इंदौर कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय मैनेजमेंट ने कहा कि मध्य प्रदेश में पहली बार किसी अफ्रीकन जेब्रा ने जन्म लिया है। पूरे प्रदेश में जेब्रा सिर्फ इंदौर जू में है जिनकी संख्या बढ़कर अब 3 हो गई है। मादा और बेबी जेब्रा दोनों स्वस्थ हैं। वह रातभर मां के ही पास रहा और सोमवार सुबह तक धीरे-धीरे पैरों पर खड़े होकर चहलकदमी करने लगा है। चिडियाघर प्रबंधन जल्दी ही उसका नामकरण भी करेगा।
एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत लाया गया था जोड़ा
एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जामनगर से 5 महीने पहले जेब्रा का जोड़ा लाया गया था। इंदौर जू को यह जेब्रा का जोड़ा तीन राज्यों में 3 साल तक कोशिश करने के बाद मिला था। इंदौर चिड़ियाघर प्रबंधन ने इंदौर में जेब्रा जोड़ा लाने के लिए प्रयास किए थे। प्रबंधन तीन साल के प्रयास के बाद सफल हो पाया था। अफ्रीकन जेब्रा के लिए मुंबई के वीरमाता जीजाबाई भोंसले चिड़ियाघर को प्रस्ताव भेजा था। साथ ही सेंट्रल जू अथारिटी से एनिमल एक्सचेंज के तहत अनुमति चाही थी। वहां से तब हरी झंडी मिल गई थी।
बदले में व्हाइट टाइगर को देना तय हुआ
अफ्रीकन जेब्रा को मुंबई चिड़ियाघर से इंदौर भेजने की तैयारी पूरी हो चुकी थी। अचानक महाराष्ट्र में फाइनल निर्णय लेने में दिक्कत आ गई और मामला अटक गया। इसके बाद इंदौर चिड़ियाघर प्रबंधन ने कर्नाटक और गुजरात से जेब्रा मांगा। अंतत: गुजरात से यह सहमति बनी। पांच महीने पहले जेब्रा आ गए। बदले में व्हाइट टाइगर जामनगर-गुजरात को देना तय हुआ।
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