जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी नहीं होगी बंद, PWD मंत्री ने बताई सरकार की मंशा!
मध्य प्रदेश के जबलपुर में मेडिकल यूनिवर्सिटी बंद होने की खबरों को लेकर सोशल मीडिया सहित कुछ अखबारों ने भी सुर्खियां बटोरी। इसी बीच मेडिकल कॉलेज की पूर्व डीन गीता गुइन द्वारा एक विवादास्पद सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी।
मध्य प्रदेश के जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी बंद होने की खबरों को लेकर सोशल मीडिया सहित कुछ अखबारों ने भी सुर्खियां बटोरी। इसी बीच मेडिकल कॉलेज की पूर्व डीन गीता गुइन द्वारा एक विवादास्पद सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। धीरे—धीरे यूनिवर्सिटी बंद होने व पूर्व डीन की पोस्ट के मामले ने तूल पकड़ लिया।
पोस्ट में गुइन ने जबलपुर से मेडिकल यूनिवर्सिटी छीने जाने को 'दुखद' बताया और नए चिड़ियाघर के संदर्भ में कहा कि "जबलपुर शहर को चिड़ियाघर ही मिलना चाहिए, क्योंकि हम सब जानवर हैं।"
इस बयान को शहर की गरिमा के खिलाफ बताते हुए भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता ओमती थाने पहुंचे और गीता गुइन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। साथ ही इस मामले में कार्रवाई की मांग की।
क्या मेडिकल यूनिवर्सिटी बंद होगी?
पूरा मामला गरमाने के बाद लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने इस पर स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि जबलपुर की मेडिकल यूनिवर्सिटी को बंद करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
उन्होंने जानकारी दी कि कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव से इस विषय पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि मेडिकल यूनिवर्सिटी अपने वर्तमान स्वरूप में बनी रहेगी।
नई शिक्षा नीति 2020 के तहत व्यवसायिक पाठ्यक्रमों को इस यूनिवर्सिटी में शामिल किया जाएगा। सरकार का इरादा जबलपुर को मेडिकल एजुकेशन और हेल्थ इनोवेशन का बड़ा केंद्र बनाने का है। उन्होंने अपील की कि लोग अफवाहों पर विश्वास न करें और किसी भी जानकारी को परखने के बाद ही उस पर प्रतिक्रिया दें।
विवादित टिप्पणी को लेकर कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग जबलपुर जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहर की छवि को जानबूझकर धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग अपने पूर्वाग्रह और कुंठा के चलते विकास कार्यों में अवरोध पैदा करना चाहते हैं। "कभी चिड़ियाघर का मजाक उड़ाया जाता है, तो कभी फिल्म सिटी के विरोध में मोर्चा खोल दिया जाता है।"
उन्होंने कहा, "ऐसे लोग नकारात्मक सोच से ग्रस्त हैं और सिर्फ आलोचना करना ही जानते हैं।" उन्होंने भरोसा दिलाया कि मेडिकल यूनिवर्सिटी से लेकर फिल्म सिटी और चिड़ियाघर तक, हर विकास योजना आगे बढ़ेगी और सरकार किसी भी प्रकार की अफवाहें फैलाने को शह नहीं देगी।
मामले में जहां एक ओर युवा मोर्चा कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहा है, वहीं प्रशासन भी सोशल मीडिया पर फैल रही भ्रामक पोस्ट्स को लेकर सतर्क नजर आ रहा है। उम्मीद है कि आने वाले समय में इस मुद्दे को लेकर सभी पक्ष जिम्मेदारी से व्यवहार करेंगे, ताकि जबलपुर की प्रतिष्ठा और विकास यात्रा किसी नकारात्मकता की भेंट न चढ़े।
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5 पॉइंट में समझें पूरी खबर
अफवाहों का खंडन: जबलपुर में मेडिकल यूनिवर्सिटी बंद होने की खबरों को लेकर सोशल मीडिया और अखबारों में हलचल मची थी। PWD मंत्री राकेश सिंह ने इसे अफवाह बताते हुए पुष्टि की कि यूनिवर्सिटी बंद नहीं होगी।
गीता गुइन का विवादास्पद बयान: मेडिकल कॉलेज की पूर्व डीन गीता गुइन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। पोस्ट में लिखा कि जबलपुर को "चिड़ियाघर ही मिलना चाहिए", जिससे विवाद पैदा हो गया। भाजपा युवा मोर्चा ने इस बयान को शहर की गरिमा के खिलाफ बताया और एफआईआर की मांग की।
राकेश सिंह का बयान: PWD मंत्री राकेश सिंह ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि मेडिकल यूनिवर्सिटी अपनी वर्तमान स्थिति में बनी रहेगी और इसमें नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बदलाव किए जाएंगे।
नकारात्मक टिप्पणियों पर नाराजगी: राकेश सिंह ने गीता गुइन की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि कुछ लोग जबलपुर की प्रतिष्ठा को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं और वे केवल आलोचना करते हैं, जबकि विकास कार्यों को समर्थन दिया जाना चाहिए।
सोशल मीडिया पर सतर्कता: प्रशासन ने सोशल मीडिया पर फैल रही भ्रामक जानकारी को लेकर सतर्कता दिखाते हुए मामले को शांति से सुलझाने का आह्वान किया, ताकि जबलपुर की प्रतिष्ठा और विकास यात्रा प्रभावित न हो।