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मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने एक कार्यक्रम से लौटते वक्त शाजापुर में एक खेत में लगी आग बुझाने में अपनी संवेदनशीलता दिखाई। जब मंत्री जी ने गेहूं की फसल में आग की लपटें देखीं, तो उन्होंने तुरंत अपनी कार रुकवाकर खेत की ओर दौड़ने का फैसला किया। आग को बुझाने में ग्रामीणों की मदद करते हुए उन्होंने खुद भी खेत में लगी आग पर काबू पाया।
इस घटना ने न केवल लोगों को हैरान किया, बल्कि उनके उत्साह को भी बढ़ाया। मंत्री के साथ स्थानीय लोग भी जुटे हुए थे और मिलकर उन्होंने आग पर काबू पाया। हालांकि, कुछ गेहूं जल गया, लेकिन पूरी फसल जलकर खाक होने से बच गई।
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आग से जलने वाली वजह
यह घटना शनिवार शाम को घटी, जब मंत्री इंदर सिंह परमार शुजालपुर लौट रहे थे। उन्होंने फूलेन टोल के पास खेत में लगी आग देखी और तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई। बाद में पता चला कि यह आग किसान केदार सिंह के खेत में लगी थी। शॉर्ट सर्किट के कारण खेत में से निकल रहे बिजली के तारों ने पकी फसल में आग लगा दी।
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आग ने करीब 7 बीघा क्षेत्र की गेहूं की फसल को अपनी चपेट में लिया, जिसमें से 3 बीघा की फसल पूरी तरह जल गई। हालांकि, मंत्री और ग्रामीणों के प्रयासों से बाकी की फसल जलने से बच गई।
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आग बुझाने की मंत्री की पहल
मंत्री इंदर सिंह परमार ने आग बुझाने के लिए अपने पद और प्रतिष्ठा की परवाह किए बिना खेत में काम करने वाले ग्रामीणों के साथ मिलकर आग पर काबू पाया। इस घटना से न केवल मंत्री की संवेदनशीलता सामने आई, बल्कि यह भी साबित हुआ कि वह अपने क्षेत्र के लोगों के प्रति बेहद जिम्मेदार हैं। ग्रामीणों ने भी मंत्री की तत्परता और साहस की सराहना की और उनके साथ मिलकर आग बुझाने के लिए कड़ी मेहनत की।