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जहरीला कफ सिरप बनाने वाली कंपनी के मालिक गोविंदन रंगनाथन को 10 अक्टूबर को छिंदवाड़ा कोर्ट में पेश किया गया। यहां उस पर हमला करने की कोशिश की गई। इस दौरान लोगों और वकीलों का गोविंदन पर गुस्सा फूटा। उन्होंने हत्यारे को फांसी दो के नारे भी लगाए। आपको बता दें कि कफ सिरप की वजह से अब तक मध्यप्रदेश में 25 बच्चों की मौत हो चुकी है।
रंगनाथन बोले- मुझे जुर्म ही नहीं पता
रंगनाथन ने कोर्ट में अपनी दलीलें दीं। उन्होंने कहा कि वह एक हार्ट पेशेंट हैं। उन्हें हाई ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड शुगर जैसी समस्याएं हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि उनकी कंपनी का कफ सिरप पांच राज्यों में सप्लाई होता है, लेकिन वहां से अब तक कोई शिकायत नहीं आई थी।
इन दलीलों के बावजूद जज ने रंगनाथन से पूछा कि क्या वह जानते हैं कि उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया है? इस पर रंगनाथन चुप हो गए और कुछ देर बाद कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
10 दिन की रिमांड पर रंगनाथन
बता दें कि एसआईटी (SIT) ने शुक्रवार सुबह 11 बजे रंगनाथन को नागपुर से परासिया थाने लाया। इसके बाद उन्हें परासिया कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें 10 दिन की रिमांड पर भेज दिया।
कफ सिरप कांड की इस खबर को एक नजर में समझें...
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जिले का कोई भी वकील नहीं करेगा पैरवी
इस पूरे मामले में परासिया अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्याम कुमार साहू ने भी कड़ा विरोध जताया। उन्होंने साफ कहा कि जिले का कोई भी वकील ऐसे आरोपी की पैरवी नहीं करेगा। यदि कोई बाहरी वकील उनकी पैरवी करने आता, तो उनका भी विरोध किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को किया खारिज
कफ सिरप (Coldrif Cough Syrup) मामले की गंभीरता को देखते हुए कुछ वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई जांच की मांग की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया।