एमपी के एक हजार पुलिस अफसरों पर लटकी तलवार, 10 साल से जमे इंस्पेक्टर और डीएसपी के होंगे तबादले

मध्यप्रदेश सरकार ने पुलिस अफसरों के ट्रांसफर के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। 10 साल से एक ही जिले में कार्यरत इंस्पेक्टर और डीएसपी के तबादलों की तैयारियां शुरू हो गई हैं।

author-image
Amresh Kushwaha
New Update
mp-police-transfer-inspector-dsp
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

BHOPAL. मध्यप्रदेश में राज्य सरकार ने अहम कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी है। जून में प्रदेशभर में 5 दिन में 10 हजार पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया था।

जानकारी के अुनसार, अब एमपी के इंस्पेक्टर (Inspector) और डीएसपी (DSP) की बारी है। जो 10 साल या उससे ज्यादा समय से एक ही जिले में जमे हुए हैं। इसमें 800 से 1000 अफसरों का तबादला हो सकता है। इनमें से अधिकांश ऐसे अफसर होंगे जो एक ही जिले में 10 साल से पदस्थ हैं।

क्यों हो रहा है यह बदलाव?

यह कदम विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में उठाया जा रहा है। वहीं, 2 दिसंबर को इस सवाल का जवाब देना है। इस दौरान प्रदेश सरकार ने सभी पुलिस कप्तानों और भोपाल-इंदौर पुलिस कमिश्नरों से ऐसे अफसरों की सूची मांगी है, जो 10 साल से अधिक समय से एक ही जिले में कार्यरत हैं।

ये खबर भी पढ़िए...MPPSC 17 साल बाद आई फूड एंड सेफ्टी परीक्षा में ऐसा संघर्ष, एक पद पर 641 दावेदार

पीएसडब्ल्यू ने तैयार किए चार अहम सवाल

इसके लिए पीएसडब्ल्यू की कार्मिक शाखा ने चार अहम सवालों का प्रोफार्मा तैयार किया है। इनका जवाब अफसरों को देना होगा-

  1. क्या एक ही जिले में 10 साल से अधिक समय तक जमे हुए कई इंस्पेक्टर और उप-इंस्पेक्टर ने स्थानांतरण नीति का उल्लंघन किया है? (Yes or No)

  2. यदि जवाब हां है, तो उन अधिकारियों के नाम और पदों की जानकारी दीजिए।

  3. इन अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई, उसका पूरा विवरण भी प्रस्तुत किया जाए।

  4. कितने अधिकारी हैं जो 10 साल से एक ही जिले में पदस्थ हैं?

ये खबर भी पढ़िए...कलेक्टर-एसडीएम के ट्रांसफर पर एमपी में ब्रेक, 3 महीने तक नहीं होंगे तबादले

इंस्पेक्टर और डीएसपी के तबादले की खबर पर एक नजर...

  • मध्यप्रदेश सरकार अब 10 साल या उससे अधिक समय से एक ही जिले में जमे इंस्पेक्टर और डीएसपी अधिकारियों का तबादला करेगी।

  • प्रदेश सरकार ने पुलिस कप्तानों और कमिश्नरों से 10 साल से एक ही जिले में काम करने वाले अफसरों की सूची मांगी है।

  • पुलिस विभाग की तबादला नीति के तहत, 5 साल में अनिवार्य तबादला होता है, जबकि 10 साल तक एक ही जिले में रहना उल्लंघन माना जाता है।

  • अधिकारियों का मानना है कि यह बदलाव पुलिस प्रशासन में अनुशासन और कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए आवश्यक है।

ये खबर भी पढ़िए...MP News: एमपी में देर रात 7 सीनियर आईपीएस अफसरों के तबादले, राजाबाबू सिंह, डीपी गुप्ता समेत इनकी भूमिका बदली

5 साल में अनिवार्य तबादला

सरकार की तबादला नीति के तहत पुलिसकर्मियों को तीन साल में ट्रांसफर के लिए पात्र माना जाता है। पांच साल में यह अनिवार्य हो जाता है। विशेष परिस्थितियों में यह अवधि बढ़ाई जा सकती है। वहीं, 10 साल तक एक ही जिले में जमे रहना स्पष्ट रूप से उल्लंघन माना जाता है।

ये खबर भी पढ़िए...MP IPS Transfer: मध्यप्रदेश में पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, 6 आईपीएस-रापुसे अधिकारियों के हुए तबादले

अफसरों की कार्यशैली पर पड़ता है प्रभाव

अधिकारियों का कहना है कि यह बदलाव पुलिस प्रशासन में अनुशासन और कामकाजी क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी है। एक ही जगह पर लंबे समय तक काम करने से अधिकारियों का नजरिया बदल सकता है। इससे पुलिस सेवा की कार्यशैली पर बुरा असर पड़ता है।

MP News मध्यप्रदेश मध्यप्रदेश सरकार राज्य सरकार इंस्पेक्टर और डीएसपी के तबादले
Advertisment