BHOPAL. मध्यप्रदेश की पांच राज्यसभा सीटें अप्रैल में रिक्त होने जा रहीं है। इसके पहले चुनाव होना है। राज्यसभा(rajya-sabha-elections-2024) की इन पांच सीटों के लिए बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने आज अपना नामांकन दाखिल(Rajya Sabha Election Nomination 2024) किया। आज नामांकन का आखिरी दिन है। दोनों ही पार्टियों ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए है। बीजेपी ने 4 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस से एक कैंडिडेट नामांकन दाखिल किया( MP News)। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने विधानसभा परिसर में मीडिया से चर्चा में कहा कि पार्टी ने चार प्रमुख लोगों को राज्यसभा के लिए नामांकित किया है। आज चारों का नामांकन दाखिल हुआ है।
आज नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख
राज्यसभा की पांच सीटों के लिए भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया। बीजेपी से डॉ. एल. मुरुगन, बंशीलाल गुर्जर, उमेश नाथ महाराज और माया नारोलिया ने नामांकन भरा। ये प्रत्याशी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित पार्टी के सीनियर नेताओं की मौजूदगी में नामांकन फॉर्म जमा किया। जबकि कांग्रेस ने मप्र कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है। मप्र कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे की मौजूदगी में कांग्रेस से अशोक सिंह ने भी नामांकन भरा।
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2 अप्रैल को रिक्त होगी पांच राज्यसभा सीटें
मध्य प्रदेश की पांच राज्यसभा सीटों में से बीजेपी ने 4 पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। इनमें बीजेपी की महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया सहित डॉ. एल मुरुगन, उमेश नाथ महाराज, और बंसीलाल गुर्जर के नाम शामिल हैं। वहीं कांग्रेस ने भी अशोक सिंह को मैदान में उतारा है। बता दें, प्रदेश की पांच राज्यसभा सीटें 2 अप्रैल को रिक्त होने जा रही है। अप्रैल में धर्मेन्द्र प्रधान, डॉ. एल मुरुगन, अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी और कांग्रेस से राजमणि पटेल का कार्यकाल खत्म हो रहा हैं।
राज्यसभा चुनाव के बारे में जानिए
राज्यसभा चुनाव भारत की संसद के उच्च सदन, राज्यसभा के सदस्यों के चुनाव के लिए होते हैं। राज्यसभा में कुल 250 सदस्य होते हैं, जिनमें से 238 सदस्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विधायकों द्वारा चुने जाते हैं, और 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाते हैं।
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राज्यसभा चुनाव के लिए
- मतदाता: राज्यों के विधायक
चुनाव प्रणाली: एकल संक्रमणीय मतदान प्रणाली
कुल सदस्य: 250
चुने गए सदस्य: 238
मनोनीत सदस्य: 12
राज्यसभा चुनावों का महत्व:
- राज्यों का प्रतिनिधित्व: राज्यसभा राज्यों के हितों का प्रतिनिधित्व करती है।
संघीय संतुलन: राज्यसभा केंद्र और राज्यों के बीच संघीय संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
विधान निर्माण: राज्यसभा कानूनों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
सरकार पर नियंत्रण: राज्यसभा सरकार पर नियंत्रण रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
राज्यसभा चुनावों की प्रक्रिया:
- नामांकन: उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करना होता है।
मतदान: विधायक गुप्त मतदान करते हैं।
मतगणना: मतों की गिनती होती है और सबसे अधिक वोट प्राप्त करने वाले उम्मीदवार विजयी घोषित किए जाते हैं।
राज्यसभा चुनावों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- पहले राज्यसभा चुनाव 1952 में हुए थे।
सबसे अधिक राज्यसभा सदस्य (12) उत्तर प्रदेश से हैं।
सबसे कम राज्यसभा सदस्य (1) सिक्किम, मणिपुर, और गोवा से हैं।
राज्यसभा चुनावों में अक्सर राजनीतिक दलों के बीच गठबंधन होते हैं।