मंत्री कश्यप के खास आदमी और मेयर ने नहीं करने दी नगर निगम को कार्रवाई!

रतलाम नगर निगम की टीम ने एक प्लास्टिक फैक्ट्री पर छापा मारा था यहां से अमानक पॉलिथीन जब्त कर 30 हजार रुपए का जुर्माना लगाया, लेकिन रसूखदारों के फोन आने पर टीम को वापस जाना पड़ा।

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Vikram Jain
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MP Ratlam Minister Kashyap PA and Mayor accused
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Ratlam@आमीन हुसैन

मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार में वेतन नहीं लेने वाले सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कश्यप (Minister Chaitanya Kashyap) के खास आदमी मणिलाल जैन और रतलाम महापौर प्रह्लाद पटेल पर नगर निगम को कार्रवाई न करने देने के आरोप लगे हैं। द सूत्र के स्टिंग में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी एपी सिंह खुद इस बात को कबूल करते सुनाई दे रहे हैं। चलिए जानते हैं पूरा मामला

जानें पूरा मामला

मंत्री चैतन्य कश्यप के निजी पीए मणिलाल जैन और रतलाम महापौर प्रह्लाद पटेल पर नगर निगम के अफसरों पर कार्रवाई नहीं करने देने के आरोपों में घिर गए हैं। दरअसल, रतलाम औद्योगिक क्षेत्र में मौजूद श्रीराम पॉलिमर्स पर नगर निगम की टीम छापा मारने पहुंची हुई थी। नगर निगम टीम को सूचना मिली थी कि फैक्ट्री में अमानक पॉलीथीन बनाई जा रही है। लेकिन सूत्र बताते हैं कि जैसे ही टीम फैक्ट्री के अंदर पहुंची नेताओं और रसूखदारों के फोन आने लगे जिसकी वजह से टीम को वहां से बिना कार्रवाई किए ही लौटना पड़ा। इसके बाद नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी एपी सिंह फैक्ट्री पर कार्रवाई करने पहुंचे तब द सूत्र के स्टिंग ऑपरेशन में कई ऐसी बातों का खुलासा हुआ जिसके बाद बवाल मचना तय है।

जानिए क्या बोले अधिकारी एपी सिंह

द सूत्र के स्टिंग ऑपरेशन में मंत्री चेतन कश्यप के खास मणिलाल जैन का नाम लेकर नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी एपी सिंह बोल रहे हैं कि अधिकारी अपनी मजबूरी बता रहे हैं किस तरह कार्रवाई करने में आते हैं, बड़े-बड़े नेता के खासम खास लोगों के फोन कॉल पर प्रेशर में छोड़ना पड़ती है कार्रवाई तो कभी छोटा-मोटा जुर्माना और बड़ी कार्रवाई टालम टोल हो जाती है।

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नेताओं की बात मानना पड़ती है....

छोटे-मोटे लोगों पर तो पॉलिथीन की कार्रवाई होती है, जैसे सब्जी वाले, फल वाले या अन्य कोई ठेला गाड़ी चलाने वाले पर बड़े रसूखदारों पर नहीं होती कार्रवाई होने से पहले ही बड़े राजनेताओं के फोन आते हैं, राजनेताओं की बात बड़े अधिकारियों को मानना पड़ती है।

कुछ भी नहीं हुआ... सिर्फ 5 हजार का जुर्माना हुआ था.... 3, 4 साल पहले एक फैक्टरी पर कार्रवाई की थी झारिया जी पर दवाब आया था तभी हमको पूरा सामान उसको खोलकर देना पड़ा... अभी जो फैक्ट्री पर कार्रवाई करने पहुंची है टीम वो RSS का है....बड़े बड़े को छोड़ दें...तो क्या मतलब निकलता है....मेरा कहना है कि शिकार करो तो मगरमच्छ का करो न....देखो ऐसा ही करना है..तो यहां पर महापौर जी ने बोला...नहीं तो हम इस चक्कर में थे कि सबका काम हो जाता....पर महापौर जी का फोन आ गया...मैं उनसे बात करने गया था...शायद मणिलाल जी ने वो किया होगा...तो शायद वो मंत्री जी तक बात पहुंच गई....तो मैं 30 हजार और ये किया...

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जब्त की थी अमानक पॉलिथीन, लगाया था जुर्माना

दरअसल, रतलाम नगर निगम की टीम ने औद्योगिक क्षेत्र स्थित श्रीराम पॉलिमर्स प्लास्टिक फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की थी, कार्रवाई के दौरान 50 किलो से ज्यादा अमानक पॉलिथीन जब्त कर 30 हजार रुपए का जुर्माना लगाया था। वहां से फिर बात नेताजी तक पहुंची और फिर उनके नुमाइंदों ने निगम के अफसर से बात की, इसके बाद ना तो मशीन सील और ना ही फैक्ट्री। अधिकारी बिना कार्रवाई के ही लौट गए। इस बड़ी कार्रवाई को छोटी कार्रवाई में तब्दील कर दिया गया। 

पूरे वीडियो में एपी सिंह जिस तरह से बात करते सुनाई दे रहे हैं, उससे ये भी समझ आता है कि वो वहां मौजूद पत्रकारों को भी बहलाने फुसलाने की कोशिश कर रहे थे ताकि ये बात मीडिया में न आ जाए। अब जाहिर है महापौर और मंत्री चैतन्य कश्यप के खास मणिलाल जैन का फोन न आता तो शायद फैक्ट्री को सील भी किया जा सकता था लेकिन फैक्ट्री वाले पर हाथ डालने की हिम्मत किसी की हुई ही नहीं।

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