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Photograph: (the sootr)
RATLAM. मध्य प्रदेश में किसानों के लिए 28 दिसंबर, 2025 को एक अहम दिन रहा। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने सोयाबीन उत्पादकों के खाते में कुल 810 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। ये पैसे प्रदेश की भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत किसानों को दिए गए हैं। इस योजना में अगर किसानों को उनकी फसल के लिए MSP से कम दाम मिलता है, तो सरकार उसकी भरपाई करती है।
भावांतर योजना: किसानों को मिलेगी राहत
मुख्यमंत्री ने रतलाम जिले के जावरा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान एक क्लिक में 3.77 लाख किसानों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए। यह योजना किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह उन्हें बाजार में कम दाम मिलने पर भी MSP की सुनिश्चित कीमत दिलवाती है।
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सीएम ने जारी की भावांतर योजना राशि को ऐसे समझें
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अब तक कितने किसानों को लाभ हुआ?
इस योजना के तहत, नवंबर 2025 में पहली किस्त के रूप में 1.32 लाख किसानों को 300 करोड़ से ज्यादा रुपए ट्रांसफर किए गए थे। अब 3.77 लाख किसानों को पैसे मिल चुके हैं, जो इस योजना के दायरे में आते हैं। इन किसानों ने भावांतर योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराया था।
कैसे जानें कितनी रकम मिली?
इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिन्होंने सोयाबीन की बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। अगर किसान को अपनी फसल का मूल्य MSP से अधिक मिलता है तो कोई लाभ नहीं मिलेगा। वहीं अगर फसल की गुणवत्ता औसत है और बाजार में मूल्य MSP से कम है, तो सरकार उस अंतर को भरपाई करेगी।
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सीएम किसान कल्याण योजना की 14वीं किस्त
हालांकि, अब भी 83 लाख से अधिक किसान मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की 14वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। इस योजना के तहत किसानों को 2000 रुपए की राशि मिलने वाली थी, लेकिन यह रकम अब तक उनके खाते में नहीं आई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि किसानों को फरवरी तक इस राशि का इंतजार करना पड़ सकता है।
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