इस गांव में बेटियों की शादी करने से कतराते हैं लोग, हैरान कर देगा कारण

मध्य प्रदेश में एक ऐसा गांव है जहां लोग आज भी पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्हें पानी के लिए तीन किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। बताया जाता है कि इसकी वजह से गांव के लड़कों की शादी तक नहीं हो पा रही है।

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Raj Singh
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मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक ऐसा गांव है जहां के लोगों को पानी की समस्या से अभी तक निजात नहीं मिल पाई है। इस समस्या के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पानी की समस्या ने गांव के युवाओं की गृहस्थी को भी प्रभावित किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पानी की किल्लत के कारण यहां के कई युवा अविवाहित हैं। बता दें कि इस गांव की महिलाओं को पानी लाने के लिए काफी दूर जाना पड़ता है। 

पानी के लिए 3 किमी दूर जाना पड़ता है

पानी की समस्या के कारण इस गांव में कोई भी अपनी बेटी की शादी करने नहीं आता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पानी की समस्या के कारण 150 से ज्यादा युवा अभी भी अविवाहित हैं। महिलाओं को पानी लाने के लिए गांव से करीब तीन किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।

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कब होगा बांध का निर्माण?

गौरतलब है कि ग्राम चरगवां, पन्दरभटा, खामखेड़ा, नया गांव, मोइया क्षेत्र में एक बार खुशी का पल आया था। यहां चरगवां बांध बनाने की अनुमति मिली थी, जिससे क्षेत्र में पानी की समस्या के साथ-साथ जमीन भी उपजाऊ हो जाती। हालांकि, बांध निर्माण का काम पिछले एक साल से ठप पड़ा है, जिसके लिए 130 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। किसान जमीन देने को राजी हो गए हैं, लेकिन बांध का निर्माण नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में कलेक्टर का कहना है कि बांध निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण का काम चल रहा है। जल्द ही बांध का निर्माण होगा।

चुनाव खत्म होते ही सब भूल जाते हैं नेता

यहां छोटे-बड़े सभी लोग पानी के लिए सरकार और प्रशासन की तरफ देख रहे हैं। पानी की समस्या को लेकर लोगों का कहना है कि वोटिंग के दौरान नेता यहां आते हैं और समस्या के समाधान की बात करते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही सब भूल जाते हैं। इसके अलावा स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन पानी की व्यवस्था कर दे तो उनकी आधी समस्या हल हो जाएगी। बहरहाल, अब देखना होगा कि सरकार और प्रशासन इन लोगों की समस्या का समाधान कब करती है।

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सीहोर से भी आ चुका है ऐसा ही मामला

यह पहला गांव नहीं है जो पानी की किल्लत से जूझ रहा हो। इससे पहले राजधानी भोपाल से 80 किलोमीटर दूर सीहोर के मोतीपुरा गांव में भी पानी की समस्या देखने को मिली थी। यहां के लोग सालों से पानी की समस्या से जूझ रहे थे। मोतीपुरा गांव के लोगों को पीने के पानी या नहाने के लिए 1 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था। पानी की समस्या को देखते हुए लोग इस गांव में अपनी लड़कियों की शादी करने से कतराते थे।

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