MPPSC असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती 2024 में डिलीट प्रश्न के अंक का क्या होगा, हो गया साफ
MPPSC असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती 2024 में डिलीट किए गए प्रश्नों के अंक सभी उम्मीदवारों को मिलेंगे, मूल्यांकन में कोई बदलाव नहीं होगा। आयोग के इस निर्णय से उम्मीदवारों ने राहत की सांस ली है।
मप्र लोक सेवा आयोग ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती 2024 के लिए हाल ही में पहले चरण की परीक्षा ली। इसमें पहले प्रोवीजनल आंसर की जारी हुई और इसमें आपत्तियों के बाद फाइनल आंसर की जारी हुई। इसमें कुछ विषयों में एक से लेकर दो-तीन प्रश्न तक डिलीट किए गए। इसके बाद से ही उम्मीदवारों के बीच असमंजस चल रहा है कि इन डिलीट प्रश्नों के अंक सभी को मिलेंगे, या इनके अंकों को ही कुल मूल्यांकन से कम किया जाएगा।
क्यों उठा था असमंजस
आयोग ने साल 20 नवंबर 2023 में एक पत्र जारी कर कहा था की आयोग यदि किसी प्रश्न को डिलीट करता है तो उसके अंक सभी उम्मीदवारों को आवंटित कर दिए जाएंगे और कुल पूर्णांक में कोई बदलाव नहीं होगा। यानी यदि किसी पेपर में 100 प्रश्न है और कुल पूर्णांक 200 है, यदि इसमें दो प्रश्न गलत होते हैं, तो इस नीति के तहत इनके कुल 4 अंक सभी उम्मीदवारों को आवंटित हो जाएंगे।
वहीं पीएससी द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती 2024 के लिए जारी विज्ञापन शर्तों के पेज 8 के बिंदु 6 पर लिखा हुआ है कि यदि कोई प्रश्न डिलीट होता है तो उसके अंक कुल पूर्णांक में से कम कर दिए जाएंगे। यानी यदि किसी पेपर में 100 प्रश्न है और कुल पूर्णांक 200 है, यदि इसमें दो प्रश्न गलत होते हैं, तो इस नीति के तहत इनके कुल 4 अंक कूल पूर्णांक 200 में से कम कर दिए जाएंगे, यानी मूल्यांकन 196 अंकों से होगा।
MPPSC असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती 2024 से संबंधित प्रमुख बातें
डिलीट प्रश्नों के अंक: MPPSC असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती 2024 में डिलीट किए गए प्रश्नों के अंक सभी उम्मीदवारों को मिलेंगे और मूल्यांकन में कोई बदलाव नहीं होगा।
आयोग की नीति: 20 नवंबर 2023 के पत्र के अनुसार, अगर कोई प्रश्न डिलीट होता है, तो उसके अंक सभी को दिए जाएंगे और कुल अंक पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
नई स्थिति की स्पष्टता: आयोग ने 27 फरवरी 2025 को जारी पत्र में यह स्पष्ट किया कि डिलीट किए गए प्रश्नों के अंकों को सभी उम्मीदवारों के साथ समान रूप से आवंटित किया जाएगा।
उम्मीदवारों को राहत: इस निर्णय से उम्मीदवारों के बीच की असमंजस की स्थिति खत्म हो गई है और अब यह तय हो गया है कि उनके अंक में कोई कमी नहीं आएगी।
मूल्यांकन में कोई बदलाव नहीं: डिलीट किए गए प्रश्नों के अंक जोड़ने से मूल्यांकन के कुल अंकों में कोई परिवर्तन नहीं होगा, और यह सभी के लिए समान रहेगा।
Photograph: (the sootr)
अब आयोग ने द सूत्र को बताया यह नीति रहेगी
अब आयोग ने इस संबंध में द सूत्र को 27 फरवरी 2025 को जारी एक पत्र का हवाला देकर कहा है कि उनकी 20 नवंबर 2023 में ही आई नीति ही मान्य है, जिसके तहत गलत प्रश्नों के अंक सभी को मिलेंगे यानी कुल पूर्णांक में कोई बदलाव नहीं होगा और उसी के आधार पर मूल्याकंन किया जाएगा। आयोग ने कहा कि इसमें किसी तरह का उलझन नहीं है और पहले 2023 में और फिर 27 फरवरी 2025 को जारी सूचना पत्र के अनुसार ही प्रश्नपत्रों का मूल्यांकन होगा।