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नागपुर डायोसेशन ट्रस्ट एसोसिएशन (NDTA) की मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में मौजूद जमीन और भवन को बेहद सस्ती दरों पर लीज पर देने का मामला सामने आया है। इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपियों में डायोसिस ऑफ जबलपुर के पूर्व बिशप पीसी सिंह और संपत्ति सचिव एमके सिंह का नाम शामिल है।
धोखाधड़ी का आरोप और राजस्व रिकॉर्ड में गड़बड़ी
आरोप है कि पूर्व बिशप पीसी सिंह और संपत्ति सचिव एमके सिंह ने जानबूझकर राजस्व रिकॉर्ड में गड़बड़ी की। उनके द्वारा एमके सिंह का नाम गलत तरीके से दर्ज करवाने के कारण यह धोखाधड़ी हुई। इसके साथ ही उन्होंने चर्च की संपत्ति को बहुत सस्ती दरों पर लीज पर दे दिया। इस धोखाधड़ी से एनडीटीए को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
प्रमोद पुरी का नाम भी जुड़ा है मामले में
यह धोखाधड़ी सतपुड़ा रिसॉर्ट प्रा. लि. के मालिक प्रमोद पुरी के साथ मिलकर की गई। पीसी सिंह और एमके सिंह ने चर्च की संपत्ति को सस्ते किराए पर लीज पर देकर आर्थिक नुकसान पहुंचाया। इस संपत्ति का मुख्य उद्देश्य चर्च के धार्मिक कार्यों के लिए था, लेकिन उसे गलत तरीके से लीज पर दिया गया।
पचमढ़ी के मुख्य व्यावसायिक क्षेत्र में स्थित संपत्ति
यह संपत्ति पचमढ़ी के प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र में स्थित है, जो एक अत्यधिक अहम स्थान है। होटल ग्लेन व्यू भी इसी स्थान पर मौजूद है। एनडीटीए के पूर्व प्रॉपर्टी सचिव प्रशांत सत्रालकर ने इस धोखाधड़ी के खिलाफ लिखित शिकायत की थी, जिसके बाद ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू की।
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12 हजार 500 रुपए में महीने किराए पर दी गई संपत्ति
ईओडब्ल्यू के अनुसार, आरोपी पीसी सिंह ने एनडीटीए की 1 लाख 5 हजार 837 वर्ग फीट जमीन और उस पर बने भवन को महज 12 हजार 500 रुपए महीने किराए पर दे दिया था। यह किराया बाजार दर से बहुत कम था, जो कि संपत्ति के वास्तविक मूल्य के मुकाबले बहुत सस्ता था। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
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