/sootr/media/media_files/2025/01/22/bxsLnnKoTUrmnWBn9Fjh.jpg)
सिंहस्थ 2028 के आयोजन को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश जल संसाधन विभाग ने क्षिप्रा नदी को अविरल और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नमामि क्षिप्रे परियोजना प्रबंध इकाई (Namami Kshipra Project Management Unit) नामक विशेष पीआईयू (PIU - Project Implementation Unit) का गठन किया है।
MP में धार्मिक शहरों का पानी सबसे खराब, इसमें वायरस बेहिसाब
निर्माणाधीन और प्रस्तावित प्रोजेक्ट पर नज़र
इस विशेष पीआईयू का मुख्य उद्देश्य सभी निर्माणाधीन और प्रस्तावित परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूरा करना है। इन प्रोजेक्ट्स को तीन साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
विशेषज्ञों की टीम का गठन
स्पेशल पीआईयू के लिए विशेषज्ञों की एक मजबूत टीम तैयार की गई है:
डायरेक्टर: पदेन चीफ इंजीनियर, उज्जैन डिवीजन
एडिशनल डायरेक्टर: पदेन सुपरिटेंडिंग इंजीनियर (मॉनिटरिंग एंड लॉ), उज्जैन डिवीजन
5 एक्जीक्यूटिव इंजीनियर: जिसमें एक पर्यावरण विशेषज्ञ होगा
6 असिस्टेंट इंजीनियर और 9 सब इंजीनियर
उच्चस्तरीय समिति की भूमिका
एक साधिकार समिति का गठन भी किया गया है, जिसकी अध्यक्षता मुख्य सचिव करेंगे। इस समिति में अन्य वरिष्ठ अधिकारी जैसे कृषि उत्पादन आयुक्त, वित्त विभाग के एससीएस, और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव विशेष सदस्य हैं।
अतिथि शिक्षक के लिए अब 25 नहीं 50% पद आरक्षित, स्थाई भर्ती होगी कम
पर्यावरण के अनुकूल परियोजनाओं की प्राथमिकता
इस पहल का उद्देश्य क्षिप्रा नदी की स्वच्छता और पर्यावरणीय स्थिरता को बनाए रखना है। इससे क्षेत्र के लोगों को स्वच्छ जल के साथ एक सकारात्मक पर्यावरणीय प्रभाव मिलेगा।
उज्जैन सिंहस्थ में क्षिप्रा के जल से ही कराएंगे श्रद्धालुओं को स्नान
मध्यप्रदेश में तापमान और AQI की स्थिति : जानें मौसम का हाल