BHOPAL. बजट सत्र के तीसरे दिन मध्य प्रदेश विधानसभा में मालवा अंचल के किसानों की समस्या भी गूंजी। मंदसौर विधायक विपिन जैन ने क्षेत्र में घोड़ारोज यानी नीलगाय की बढ़ती संख्या पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया। विधायक ने कहा घोड़ारोज, जिन्हें स्थानीय लोग रोजड़े भी कहते हैं, लगातार बढ़ रहे हैं। उनकी वजह से किसानों की फसलें तबाह हो रही हैं और ये सड़क दुर्घटनाओं की वजह भी बन रहे हैं।
कांग्रेस विधायक विपिन जैन के सवाल के जवाब में राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने कहा वन्य जीवों से फसल को होने वाली क्षति पर सरकार राजस्व पुस्तक के प्रावधान के तहत प्राप्त आवेदन पर सहायता राशि स्वीकृत करती है। विभाग ने हादसों को रोकने के लिए रोजड़ों की उपस्थिति वाले स्थानों पर सड़क किनारे संकेतक भी लगाए हैं।
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फसलें चौपट, हादसों में जान गंवा रहे लोग
मंत्री के जवाब पर कांग्रेस विधायक ने कहा मंदसौर ही नहीं पूरे क्षेत्र में घोड़ारोज की संख्या बढ़ चुकी है। ये आए दिन तीस-चालीस या पचास-पचास के झुंड में किसानों के खेतों में आकर फसलें चौपट कर रहे हैं। कई लोग इनके कारण हुए हादसों में जान गंवा चुके हैं। सरकार कहती है हम मुआवजा देते हैं तो मैं मंत्रीजी को बताना चाहता हूं कि अगर 25 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान होता है तब मुआवजा दिया जाता है। साल 2014 से 2023 के बीच केवल एक किसान को ही मुआवजा मिला है वह भी केवल 9 हजार रुपए। मैं बताना चाहता हूं इनकी संख्या अब लाखों में पहुंच गई है। आए दिन किसान इससे परेशान हैं तो किसानों को बाड़ लगाने राशि दी जाए।
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मालवा के विधायकों ने भी उठाई समस्या
कांग्रेस विधायक द्वारा सदन में उठाई गई किसानों की समस्या पर जवारा से भाजपा विधायक राजेन्द्र पांडेय ने भी सरकार से अपील की। उन्होंने इस समस्या को दूर करने गौअभ्यारण्यों की तरह घोड़ारोज के लिए भी संभाग मुख्यालय पर इस तरह की योजना बनाने का आग्रह किया। तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने अपने क्षेत्र में बढ़ती जंगली सुअरों की समस्या को जोड़ा। उन्होंने कहा हाल ही में जंगली सुअरों ने गोलवा गांव में किसान की 10 बीघा में खड़ी गेहूं की फसल चौपट कर दी। विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कहा मेरे विधानसभा क्षेत्र में एक महीने में 7 लोगों की मौत घोड़ारोजों की वजह से हुई है।
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मंत्री का आश्वासन सीएम के संज्ञान में लाएंगे
घोड़ारोजों की समस्या पर विधायकों की चिंता पर राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के साथ ही संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी समाधान का आश्वासन दिया। मंत्री विजयवर्गीय ने कहा वे इस मामले से सीएम को अवगत कराएंगे।
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5 पॉइंट में समझिए पूरा मामला
✅ नीलगायों की संख्या में वृद्धि: घोड़ारोज (नीलगाय) की संख्या बढ़ने से किसानों की फसलें तबाह हो रही हैं।
✅ सड़क दुर्घटनाएं: नीलगायों के कारण सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, जिनमें कई लोग जान गंवा चुके हैं।
✅ मुआवजे की कमी: 25% से अधिक फसल क्षति पर मुआवजे का दावा किया जाता है, लेकिन केवल एक किसान को मामूली मुआवजा मिला है।
✅ किसानों की परेशानियां: किसान नीलगायों से परेशान हैं और बाड़ लगाने के लिए सरकार से सहायता की मांग कर रहे हैं।
✅ सरकारी आश्वासन: मंत्री करण सिंह वर्मा और कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री को इस मुद्दे से अवगत कराने का आश्वासन दिया।