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NEET UG की परीक्षा 4 मई को हुई थी। इसमें शामिल हुए इंदौर के हजारों उम्मीदवारों को उस दिन आंधी, बारिश के कारण गुल हुई बिजली से समस्या आई। इसके लिए इंदौर और उज्जैन परीक्षा केंद्र के उम्मीदवार फिर से परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर 75 याचिकाएं इंदौर हाईकोर्ट में दायर हैं। इस सुनवाई को लेकर परीक्षा कराने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA का दावा है कि बिजली जाने से परीक्षा प्रभावित नहीं हुई है। इन सेंटरों पर भी अभ्यर्थियों ने उतने ही प्रश्न हल किए जितने अन्य सेंटरों पर।
हाईकोर्ट ने बत्ती बंद करा देखा
सोमवार 23 जून को हुई सुनवाई के दौरान जस्टिस सुबोध अभ्यंकर ने तो कोर्ट हॉल की बत्ती ही बंद कराकर सुनवाई की। सिर्फ यह देखने के लिए कि क्या अंधेरे में समस्या आती है या नहीं। करीब 13 मिनट लाइट बंद में सुनवाई हुई और अब 30 जून को होगी।
NTA ने दिया AIR 2 रैंक वाले उत्कर्ष का तर्क
NTA की ओर से तर्क रखा और कहा कि केंद्र पर कोई समस्या नहीं आई। इंदौर के उत्कर्ष ने परीक्षा में टॉप किया है। इंदौर के उत्कर्ष अवधिया ने इस परीक्षा में 720 में से 682 अंक हासिल कर देश में दूसरी पोजीशन हासिल की है।
'द सूत्र' ने उत्कर्ष से ही जाना, समस्या आई कि नहीं
इस मामले में सच को जानने के लिए 'द सूत्र' ने सीधे उत्कर्ष से ही बात की। उत्कर्ष अवधिया ने बताया कि – 4 मई 2025 को NEET UG पेपर था। मेरा सेंटर राजमोहल्ला स्थित श्री वैष्णव एकेडमी था। इस दिन काफी तेज बारिश हो रही थी, जिसके कारण काफी सारे बच्चों को सेंटर तक पहुंचने में परेशानी हो रही थी। वहां पर आंधी, बारिश के कारण मैं भी बड़ी मुश्किल से पहुंचा था। उस दिन बहुत ज्यादा बारिश हो रही थी तो लाइट चली गई थी और बारिश व बादल के कारण उजाला भी नहीं था। समय लगभग 4 से 5 बजे के बीच का था, लेकिन बादलों के कारण कमरे में काफी अंधेरा हो गया था। पेपर भी काफी टफ था, तो पैनिक जैसी स्थिति क्रिएट हो गई थी। उस दौरान मैं भी थोड़ा परेशान हो गया था और फोकस नहीं कर पा रहा था। इस पर मैंने एक से दो मिनट का ब्रेक लिया और अपनी आंखें बंद करके मन को शांत कर फोकस किया। फिर आगे का पेपर लिखना शुरू किया।
उत्कर्ष कर लेता ऑल इंडिया टॉप
उत्कर्ष की रैंक टू रही और वहीं हनुमानगढ़, राजस्थान के महेश केसवानी ने 720 में से 686 अंक हासिल कर देश में टॉप किया। यानी उत्कर्ष से केवल चार अंक ज्यादा। उत्कर्ष के 682 अंक हैं। इसलिए यह कोई बड़ी बात नहीं थी कि यदि बिजली की समस्या नहीं आती तो NEET-UG में हमें इंदौर से ऑल इंडिया टॉपर मिलता।
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कोचिंग के स्टेट हेड भी बोले, उत्कर्ष को हुई थी परेशानी
उत्कर्ष अवधिया तिलकनगर स्थित श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल से पढ़े हैं और उन्होंने सेल्फ स्टडी के साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए आकाश इंस्टीट्यूट भी ज्वाइन किया था। कोचिंग के स्टेट हेड अंकित कैलोत्रा और सीनियर असिस्टेंट डायरेक्टर प्रवीण गोयल ने 'द सूत्र' से बातचीत में बताया कि उत्कर्ष यहां पर चार घंटे की कोचिंग के लिए आता था। वह NEET UG की परीक्षा देने के बाद जब 4 मई की शाम को कोचिंग में आया था तो उसने बताया था कि उसके सेंटर पर लाइट चली गई थी। उस दौरान उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। उत्कर्ष ने उन्हें यह भी बताया था कि चूंकि उसकी तैयारी काफी अच्छी थी और खासतौर पर फिजिक्स में वह काफी अच्छा स्कोरर भी रहा है, तो उसे ज्यादा परेशानी नहीं हुई।
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उत्कर्ष ने ऐसे हासिल की AIR 2 रैंक
उत्कर्ष ने यह भी बताया कि 4 मई को जो पेपर था वह काफी टफ था, लेकिन इसके पूर्व में वे JEE मेन्स की परीक्षा दे चुके थे, जिसमें उन्हें फिजिक्स में 100 में से 100 अंक मिले थे। इसके पूर्व में भी वे कई टेस्ट में सर्वाधिक नंबर प्राप्त कर चुके थे। उनकी तैयारी काफी अच्छी थी, जिसके कारण NEET UG के टफ पेपर को भी उन्होंने अच्छे से सॉल्व कर लिया।
उत्कर्ष के अलावा इंदौर से ये भी आए टॉप 100 में
NEET UG 2025 में इंदौर के उत्कर्ष अवधिया ने 99.9% के साथ AIR 2 हासिल करके मध्य प्रदेश में टॉप किया है। वे पूरे भारत में दूसरे स्थान पर रहे। उत्कर्ष के अलावा इंदौर के अगम जैन (AIR 45), अनुभव पांडे (AIR 79), और मोहित भारती (AIR 82) ने भी टॉप 100 में जगह बनाई है।
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75 छात्रों ने लगाई है कोर्ट में याचिका
NEET UG में लाइट जाने से पेपर ठीक से हल नहीं कर पाने वाले कुल 75 के करीब छात्रों ने हाईकोर्ट की शरण ली है। इसको लेकर लगी याचिका में दावा किया गया है कि परीक्षा वाले दिन तकरीबन 11 सेंटर्स पर लाइट चली गई थी। सेंटर्स पर वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर जनरेटर भी उपलब्ध नहीं थे। ऐसे में प्रभावित छात्रों की परीक्षा दोबारा कराई जाए। वहीं, दूसरे पक्ष की तरफ से कहा गया है कि देशभर के 75 हजार से ज्यादा छात्र परीक्षा दे चुके हैं और परिणाम भी घोषित हो चुका है। ऐसे में परीक्षा दोबारा कराना संभव नहीं है।