NHAI के इंदौर-बैतूल बरबई खेड़ा टोल प्लाजा का विरोध, बिना रोड बने ही टोल वसूली, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

इंदौर-बैतूल मार्ग पर ग्राम बरबई खेड़ा में टोल पर सड़क अधूरी है। फिर भी लोगों से टोल वसूला जा रहा है। स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे हैं। इस मामले पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है।

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Sanjay Gupta
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INDORE. राष्ट्रीय राजमार्ग 47, इंदौर-बैतूल मार्ग पर ग्राम बरबई खेड़ा में टोल वसूली का विरोध बढ़ गया है। दरअसल सड़क अधूरी होने के बावजूद लोगों से टोल वसूला जा रहा है। यह विरोध अब हाईकोर्ट में पहुंच गया है। 

टोल वसूली के विरोध में PIL

जनहित याचिका सामाजिक कार्यकर्ता राहुल इनानिया ने अपने एडवोकेट अमन मालवीय के माध्यम से दायर की है। राष्ट्रीय राजमार्ग के अधूरे निर्माण पर की जा रही टोल वसूली पर हाईकोर्ट इंदौर की डबल बेंच में शुक्रवार को सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा, जस्टिस विनय सर्राफ की युगलपीठ ने सुनवाई की। बेंच ने NHAI के वकील से शपथ पत्र मांगा। शपथ पत्र में उन्हें यह जानकारी देनी होगी कि कितने किलोमीटर सड़क बन चुकी है। साथ ही, कितने हिस्से का निर्माण बाकी है।

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याचिका में अधूरी रोड का जिक्र

NHAI के वकील ने कोर्ट को बताया कि ननासा से पिंडगाव तक 47 किलोमीटर के हिस्से में 75 प्रतिशत सड़क बना दी गई है। वहीं याचिकाकर्ता के वकील मालवीय ने कहा कि असल दस्तावेजों में कहानी कुछ अलग है और जमीनी हकीकत कुछ अलग है। 

केरल हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि अधूरी सड़क पर टोल वसूली नहीं की जा सकती है। सड़क बनी नहीं है। जो सड़क बनाई है, वह भी कई जगह से उखड़ चुकी है। इसलिए टोल वसूली पर भी स्थगन आदेश जारी किया जाना भी जनता के हित में है। 

4 पॉइंट्स में समझें पूरी स्टोरी

👉इंदौर-बैतूल मार्ग पर स्थित बरबई खेड़ा में टोल वसूली का विरोध बढ़ता जा रहा है। सड़क अधूरी होने के बावजूद टोल वसूला जा रहा है, जिसे लेकर लोगों में नाराजगी है।

👉सामाजिक कार्यकर्ता राहुल इनानिया ने एडवोकेट अमन मालवीय के माध्यम से हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की। इसमें उन्होंने अधूरी सड़क पर टोल वसूली का विरोध किया है। 

👉NHAI ने कोर्ट को बताया कि 47 किलोमीटर में 75 प्रतिशत सड़क बनी है। याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि जमीनी स्थिति अलग है। सड़क बनी नहीं है और जो बनी है, वह उखड़ी हुई है।

👉इस टोल वसूली के विरोध में क्षेत्र में धरना प्रदर्शन हुआ और सरकार से मांग की गई कि टोल वसूली को रोका जाए। विधायक भी इस मामले में हस्तक्षेप कर चुके हैं, और अब जनहित याचिका दायर कर मामले को कोर्ट में लाया गया है।

भाजपा विधायक जता चुके हैं विरोध

बरबई खेड़ा टोल एनएचएआई द्वारा शुरू किया गया था। इसके विरोध में धरना प्रदर्शन हुआ था। इसमें भाजपा विधायक आशीष शर्मा ने स्थानीय लोगों को राहत दिलाई थी। इसके साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई विधायकों ने सरकार से पत्र लिखकर टोल वसूली पर रोक की मांग की थी। इसके बाद जनहित याचिका दायर की गई।

टोल वसूली का लगातार विरोध 

एनएचएआई ने एनएच-47 पर स्थित बरवाई खेड़ा टोल प्लाजा 8 सितंबर को शुरू किया है। हाईवे निर्माण अधूरा होने के कारण खातेगांव-कन्नौद क्षेत्र में इसका विरोध हो रहा है। ननासा-पिंडगांव रोड की कुल लंबाई 46 किलोमीटर से ज्यादा है। इसमें से 36.77 किलोमीटर हिस्से पर ही टोल वसूली होगी। शेष 10 किलोमीटर को टोल से बाहर रखा गया है। इंदौर-बैतूल हाइवे (एनएच-47) पर स्थित बरवाई खेड़ा टोल प्लाजा पर वसूली को गलत बताया जा रहा है।

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