/sootr/media/media_files/2025/04/04/eo93Mms9DrT64Ib0RJ91.jpg)
मध्य प्रदेश की अयोध्या कही जाने वाली राम राजा की नगरी ओरछा को जल्द पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान मिलेगी। यहां 25 करोड़ रुपए की राशि से पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जाएगा। 150 साल पुराने शहर को UNESCO विश्व धरोहर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इससे स्थानीय समुदाय को आर्थिक लाभ होगा।
ओरछा को मिलेगा वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थान
मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक शहर ओरछा को अब वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में पहचान मिलने की ओर बढ़ रहा है। पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार ने ओरछा में पर्यटन अधोसंरचनाओं और सुविधाओं के विकास के लिए स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत 25 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की है। इस राशि का उपयोग टूरिस्ट एक्सपीरियंस सेंटर, हुनरशाला, एंट्री प्लाजा और यात्रा पथ के विकास के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, 99.92 करोड़ रुपए की राशि पहले ही ओरछा के विरासत संरक्षण और संग्रहालयों के विकास के लिए स्वीकृत की जा चुकी है।
ये खबर भी पढ़ें...
राजा भोज के जमाने की 14 प्राचीन बावड़ियों का होगा उन्नयन, भोपाल नगर निगम ने तैयार किया प्लान
पर्यटन सुविधाओं का व्यापक विकास
स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत, ओरछा को आध्यात्मिक गंतव्य स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। योजना के तहत, पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति, ऐतिहासिक महत्व और हस्तशिल्प का अनुभव प्रदान किया जाएगा। इसके लिए टूरिज्म इंटरप्रिटेशन सेंटर, हुनरशाला और यात्रा पथ का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। ओरछा में पर्यटकों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पर्यटन सुविधाओं के विकास के साथ शहर के सौंदर्यकरण, ऐतिहासिक विरासतों के संरक्षण और स्थानीय कलाकारों और संस्कृति का संरक्षण किया जाएगा। इससे ओरछा में देशी -विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और स्थानीय लोगों को भी लाभ बढ़ेगा।
- टूरिज्म इंटरप्रिटेशन सेंटर: केंद्र सरकार से मिली सहायता से ओरछा में तोपची की हवेली के पास पर्यटन अनुभव केंद्र का विकास किया जाएगा, जिसमें ओरछा का 3डी मॉडल, पैनल्स के माध्यम से ओरछा की ऐतिहासिक यात्रा का प्रदर्शन, बुकिंग कियोस्क, चिल्ड्रन प्ले एरिया और कैफे का निर्माण किया जाएगा।
- हुनरशाला: कारीगरों को द्वारा बनाए जाने वाले सुविनियर को उत्कृष्ट बनाने का प्रशिक्षण देकर हुनरशाला के रूप में बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। यहां पर्यटक न सिर्फ सुविनियर खरीद सकेंगे बल्कि उन्हें बनता हुआ देखने के साथ वर्कशॉप में स्वयं बना भी सकेंगे। हुनरशाला में ओपन एयर एमपीथिएटर का भी विकास किया जाएगा। पर्यटकों की सुविधा के लिए पार्किंग और दुर्ग समूह के बीच ब्रिज के दोनों ओर एंट्री प्लाजा बनेगा।
- पर्यटन यात्रा पथ: पर्यटन सुविधाओं के विकास के साथ यात्रा पथ का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा। जिसमें पुराने पथों का संरक्षण और नए पथ का निर्माण, पथ के दोनों ओर रंग रोगन, आर्च और छज्जा निर्माण, पर्यटकों को बैठक सुविधा, लाइटिंग और साइनेज का निर्माण होगा। संस्कृति और पर्व को प्रदर्शित करने के लिए पथ किनारे छोटे स्टेज का निर्माण होगा, जहां स्थानीय कलाकार अपनी प्रस्तुति दे सकेंगे।
ये खबर भी पढ़ें...
ओरछा में बदलेगी राम राजा सरकार के भोग की व्यवस्था, 450 साल बाद होने जा रहा बड़ा बदलाव
आधुनिक पर्यटन सुविधाएं
पर्यटकों को सुगम यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए हिप ऑन हिप ऑफ बसों की सुविधा और स्मारकों के लिए ऑडियो गाइड सिस्टम की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही वेबसाइट और क्यूआर आधारित वॉक एप का निर्माण भी किया जाएगा।
ओरछा की विरासत को संरक्षित करना
ओरछा को 2027-28 तक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में शामिल करने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। इसके लिए यूनेस्को को सिफारिश की गई है, और ओरछा को यूनेस्को की एच.यू.एल. पहल में भी शामिल किया गया है।(mp tourism)
ये खबर भी पढ़ें...
CCTV में कैद हुई पत्नी की क्रूरता, लोको पायलट पति पर बरसाए लात-घूंसे, लगातार मारे थप्पड़
ओरछा में किए जाने वाले कार्य
- ओरछा शहर के आधारभूत संरचना में सुधार।
- प्रवेशद्वारों का संरक्षण और पुलों का जीर्णोद्धार।
- संग्रहालय के आसपास व शहर की सड़कों को जोड़ना।
- ई-कार्ट पार्किंग, चार्जिंग स्टेशन सुविधाएं, साइनेज आदि विकसित करना।
- स्मारकों को जोड़ने वाले मार्गों का विकास।
- प्रोजेक्शन मैपिंग और स्थानिय कलाकारों द्वारा लाइव परर्फामेंस।
- क्यूआर आधारित वॉक एप विकसित करना।
- सड़क पर रोशनी और हेरिटेज लाइटिंग।
- गढ़ परिसर के अंदर मंदिर/स्मारकों का संरक्षण।
- संग्रहालयों का विकास।
- आधुनिक शौचालयों का निर्माण व मेला ग्राउंड का विकास।
- शॉपिंग क्षेत्र का विकास।
ये खबर भी पढ़ें...
अवमानना मामला: हाईकोर्ट ने भोपाल कलेक्टर को दिया सख्त आदेश, कोर्ट में खुद पेश होकर दें जानकारी
5 मुख्य बिंदुओं से समझें पूरा मामला
✅ मध्य प्रदेश के ओरछा में पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए 25 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया।
✅ टूरिज्म इंटरप्रिटेशन सेंटर और हुनरशाला के विकास की योजना बनाई गई है।
✅ ओरछा को 2027-28 तक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
✅ यात्रा पथ के सौंदर्यीकरण और नए पथों के निर्माण का काम भी किया जाएगा।
✅ स्थानीय समुदाय को लाभ पहुंचाने के लिए विकास कार्य किए जाएंगे, जिससे पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय | एमपी पर्यटन | रामराजा ओरछा | Orchha