ग्वालियर में महात्मा ज्योतिबा फुले की 198वीं जयंती के अवसर पर आयोजित चल समारोह उस वक्त अचानक सुर्खियों में आ गया जब एक जेबकतरे को मंत्री के कार्यक्रम में चोरी की कोशिश करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। यह घटना शुक्रवार को शहर के फूलबाग चौराहे पर हुई, जहां कुशवाहा समाज द्वारा भव्य रैली निकाली जा रही थी। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा और सांसद भारत सिंह कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
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सावधानी से बची जेब
इस चल समारोह के दौरान जब ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपनी कार के पास खड़े थे, उस समय नेता नत्थू कुशवाह मंत्री से बातचीत कर रहे थे। इसी बीच पीछे खड़ा एक युवक उनकी जेब में हाथ डालकर पर्स चुराने की कोशिश करने लगा। लेकिन कुशवाह की पैनी नजर से यह हरकत बच न सकी और उन्होंने फौरन उस युवक को पकड़ लिया। भीड़ ने मौके पर आरोपी को घेर लिया और जमकर धुनाई कर दी। हालांकि, स्थिति को बिगड़ने से पहले पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया।
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मंत्री ने चुपचाप छोड़ा कार्यक्रम स्थल
जेबकतरे की इस हरकत से माहौल में अचानक तनाव और सनसनी फैल गई। मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर घटना के तुरंत बाद वहां से रवाना हो गए। हालांकि, इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब मंत्री और अन्य विशिष्ट अतिथि मौके पर मौजूद हों।
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भव्य चल समारोह बना चर्चा का केंद्र
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महात्मा ज्योतिबा फुले की विचारधारा का प्रचार-प्रसार करना था। चल समारोह की शुरुआत फूलबाग चौराहे से हुई और यह गोल पहाड़िया स्थित महात्मा फुले की प्रतिमा स्थल तक पहुंचा। रैली में ढोल-नगाड़ों, DJ बैंड और पारंपरिक वेशभूषा में सजे समाज के सदस्य विशेष आकर्षण का केंद्र बने। खास बात यह रही कि बड़ी संख्या में कुशवाहा समाज की महिलाएं सिर पर पगड़ी बांधकर इस आयोजन में शामिल हुईं।
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समाज की एकता का प्रतीक बना आयोजन
रैली के माध्यम से कुशवाहा समाज ने अपने सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रदर्शन किया। आयोजन में युवाओं से लेकर बुजुर्गों और महिलाओं तक ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। यह समारोह भले ही एक जेबकतरे की वजह से थोड़ी देर के लिए चर्चा में आ गया हो, लेकिन इसका मूल उद्देश्य सामाजिक चेतना और फुले के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाना ही रहा।
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सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
घटना के बाद यह स्पष्ट हो गया कि इस तरह के बड़े जनसमूह वाले आयोजनों में सुरक्षा को लेकर प्रशासन को और अधिक सजग रहने की जरूरत है। मंत्री की मौजूदगी में जेबकतरे की यह दुस्साहसी कोशिश पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था की चूक को भी उजागर करती है।