इंदौर में Prestige यूनिवर्सिटी पर आरोप, MBA के लिए 11 लाख फीस चुकाई, प्लेसमेंट ही नहीं दिलवा पा रहा कॉलेज
छात्रों ने प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए बताया कि वर्ष 2023 में मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) कोर्स में एडमिशन के वक्त छात्रों को देश की नामी कंपनियों के नाम गिनाए थे।
इंदौर की प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है। इसमें छात्रों ने आरोप लगाया है कि एमबीए के लिए उनसे 11 लाख रुपए फीस ली गई और मोटा प्लेसमेंट दिलाने के वादे किए गए। जब कंपनियां आईं तो प्लेसमेंट ही नहीं हुआ। इससे संबंधित कई शिकायतें सांवेर एसडीएम के पास पहुंची हैं। अब वे इस मामले की जांच करवा रहे हैं।
छात्रों ने यह लगाए आरोप
छात्रों ने प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए बताया कि वर्ष 2023 में मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) कोर्स में एडमिशन के वक्त छात्रों को देश की नामी कंपनियों के नाम गिनाए थे। इसके चलते छात्रों ने 11 लाख रुपए की मोटी फीस देकर एडमिशन लिया। अब कोर्स पूरा होने की स्थिति में बताई गई कंपनियों में से 10 प्रतिशत भी कैंपस प्लेसमेंट के लिए नहीं आई हैं।
छात्र बोले, ठगी हुई
छात्रों का कहना है कि प्लेसमेंट के नाम पर उन्हें ठगा गया है। इसको लेकर सांवेर एसडीएम को भी शिकायत की गई है।बताया गया कि यूनिवर्सिटी के ब्रोशर और काउंसलिंग के समय उन्हें टीसीएस, बिरला ग्रुप, एशियन पेंट्स जैसी बड़ी कंपनियों के नाम गिनाए थे। वादा किया था कि 15 से 20 लाख रुपए पैकेज देने वाली कंपनियों को बुलाकर आसानी से प्लेसमेंट करवाएंगे, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ।
यह आवेदन दिया छात्रों ने
एक जैसी ही कंपनियां ग्रुप के दोनों कॉलेजों में आईं
छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि हमने कर्ज लेकर कॉलेज की फीस भरी है। हमें सपने दिखाए गए थे कि बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट हो जाएगा। जबकि हमें पता चला है कि जो कंपनियां प्लेसमेंट के लिए इस कैंपस में आ रही हैं वे ही कंपनियां इस यूनिवर्सिटी के दूसरे कैंपस में भी आ रही हैं।
छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि इसके संबंध में हम 6 महीने से कॉलेज प्रबंधन से बात करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमारी बात कोई सुन नहीं रहा। हमें कॉलेज कैंपस से बाहर कर दिया जाता है और गेट पर ताला लगा दिया जाता है। कई बार हमने मैनेजमेंट से मिलने की कोशिश भी की, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। अब हम प्रशासन से मदद चाहते हैं।
कॉलेज प्रबंधन बोला, अटेंडेंस पूरी नहीं, नंबर भी कम
प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के चेयरमेन डेविश जैन का कहना है कि जो छात्र इस तरह के आरोप लगा रहे हैं वे सब निराधार हैं। ये वे छात्र हैं जिनकी कॉलेज में अटेंडेंस ही काफी कम है और नंबर भी कम हैं। बाकी छात्रों को भी प्लेसमेंट मिल रहा है। हमारे कुछ कॉम्पीटीटर ही इन्हें भड़का रहे हैं। हमने अपने सारे दस्तावेज जमा करवा दिए हैं। अपना पूरा पक्ष प्रशासन के सामने रखेंगे।
एसडीएम बोले, एक यूनिवर्सिटी में एक ही कोर्स की दो अलग–अलग फीस
इस संबंध में सांवेर एसडीएम घनश्याम धनगर ने बताया कि छात्रों ने आरोप लगाया है कि एडमिशन के समय तो प्लेसमेंट के लिए 170 कंपनियों से एमओयू की बात कही गई थी। बाद में केवल कुछ कंपनियां ही आ रही हैं। प्लेसमेंट पैकेज भी 11–12 लाख रुपए देने की बात छात्रों से कही थी, जबकि 4 से 5 लाख का ही पैकेज मिल रहा है। एक ही एमबीए कोर्स की फीस सांवेर रोड़ वाले कैंपस में 11 लाख है तो स्कीम 54 के पास वाले कैंपस की 3 लाख रुपए के करीब है। दोनों कैंपस में प्लेसमेंट के लिए एक जैसी ही कंपनियां आ रही हैं। इसके संबंध में सोमवार को कॉलेज प्रबंधन को अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। उसके बाद ही आगे कुछ कार्रवाई की जाएगी।