राहुल गांधी का छिंदवाड़ा दौरा अभी तय नहीं : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी

कफ सिरप की वजह से हुई बच्चों की मौत के मामले में राहुल गांधी का फिलहाल छिंदवाड़ा दौरे का कोई कार्यक्रम नहीं बना है। गौरतलब है की आज दिनभर तमाम मीडिया में राहुल के दौरे की खबरें चलती रहीं। जब इस बारे में द सूत्र ने पड़ताल की तो पता चला की 8 अक्टूबर की शाम तक राहुल का कोई दौरा कार्यक्रम नहीं बना है।

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Sanjay Dhiman
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Photograph: (the sootr)

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BHOPAL. कफ सिरप की वजह से हुई बच्चों की मौत के मामले में फिलहाल राहुल गांधी का छिंदवाड़ा आने का कोई कार्यक्रम नहीं है। मीडिया में यह खबर चल रही है कि राहुल गांधी छिंदवाड़ा आ सकते हैं। जब 'द सूत्र' ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार से इस बारे में बात की, तो दोनों नेताओं ने राहुल गांधी के दौरे को लेकर कहा कि अभी ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं बना है। दोनों नेताओं ने राहुल गांधी के दौरे की बात से इंकार किया।

बता दें कि उमंग सिंगार अभी छिंदवाड़ा के दौरे पर हैं, जबकि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी दिल्ली दौरे पर हैं। दोनों नेताओं ने 'द सूत्र' से राहुल गांधी के दौरे की बात से इंकार किया है। 

छिंदवाड़ा में बच्चों की मौत का सिलसिला

2 सितंबर से लेकर अब तक, मध्यप्रदेश और राजस्थान में जहरीले कफ सिरप के सेवन से कुल 23 बच्चों की मौत हो चुकी है। इन बच्चों की मौतों का सिलसिला जारी है, जिससे पूरे देश में स्वास्थ्य और सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।

इस घटना के बाद मध्यप्रदेश, राजस्थान, केरल, तमिलनाडु और पंजाब राज्यों ने कफ सिरप की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इस कदम के जरिए सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि भविष्य में कोई और हादसा न हो।

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सुप्रीम कोर्ट में कफ सिरप की जांच की याचिका

कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। इस याचिका में सीबीआई जांच की मांग की गई है। इसके अलावा, याचिका में यह भी कहा गया है कि देशभर में दवाओं की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की जाए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

याचिकाकर्ता एडवोकेट विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट से यह भी अनुरोध किया है कि सरकार को एक राष्ट्रीय न्यायिक आयोग या विशेषज्ञ समिति गठित करने का निर्देश दिया जाए, ताकि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो सके।

सिरप बनाने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई

तमिलनाडु के ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट ने कफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स को नोटिस जारी किया है। इस कंपनी पर आरोप है कि उसने खराब गुणवत्ता वाले कफ सिरप का उत्पादन किया, जो बच्चों के लिए घातक साबित हुआ। सरकार ने कंपनी से पांच दिन के भीतर जवाब मांगा है और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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इस मामले का राजनीतिक संदर्भ

कफ सिरप से हुई मौतों की घटना ने राजनीतिक तापमान को भी बढ़ा दिया है। जहां एक तरफ कांग्रेस के नेता इस मामले को लेकर सरकार से जवाब मांग रहे हैं, वहीं बीजेपी सरकार भी इस मामले में अपने स्तर पर लगातार कार्रवाईयां कर रही है। इधर अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंच गया है, जिससे इस मामले के लंबा खिंचने के आसार बन गए है।

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