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BHOPAL. पचमढ़ी में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की जंगल सफारी को लेकर सियासत शुरू हो गई। अब उनकी यह जंगल सफारी राजनीतिक बहस का मुद्दा बन गई है। बीजेपी ने उन पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार चुनाव के बीच वे मजे और मसखरी के लिए राजनीति कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए बीजेपी पर घबराहट में प्रतिक्रिया देने का आरोप लगाया है।
राहुल गांधी राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते: बीजेपी
मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि राहुल गांधी बिहार चुनाव के बीच मध्यप्रदेश में जंगल सफारी का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, "राहुल गांधी ऐशो-आराम के लिए समय निकाल लेते हैं। लेकिन, राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते।"
सारंग ने यह भी जोड़ा कि जब भी देश की राजनीति गरम होती है, राहुल विदेश चले जाते हैं।
संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप लगाकर वे अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता वोट चोरी के आरोप लगाते हैं। लेकिन, आज तक एक भी सबूत नहीं दे पाए। देश में अगर कभी वोट चोरी हुई है, तो वो नेहरू के समय में हुई थी।
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बीजेपी राहुल गांधी से परेशान: कांग्रेस
बीजेपी के आरोपों पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने तीखा जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी की सक्रियता से बीजेपी और संघ दोनों परेशान हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पचमढ़ी में थे। अब बिहार में हैं। यही बीजेपी की बेचैनी की वजह है। राहुल गांधी जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं और बीजेपी को यही अखर रहा है।
जमीन पर बैठकर काम करने का संदेश दिया- पीसी शर्मा
पीसी शर्मा ने बताया कि राहुल गांधी संगठन सृजन जैसे अपने ड्रीम प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए पचमढ़ी आए थे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जमीन पर बैठकर कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि कांग्रेस को अब जमीनी स्तर पर काम करना होगा। जबकि बीजेपी के नेता सोफे पर बैठकर बयानबाजी करते हैं।
शर्मा ने आगे कहा कि कांग्रेस में गुटबाजी नहीं, बल्कि समन्वय और संवाद की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि असल में बीजेपी के भीतर ही समन्वय की कमी है और उनके संगठन में खुद नियुक्तियों को लेकर मतभेद हैं।
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