इंदौर में NHAI के 43 करोड़ से बनाए राऊ ब्रिज में 6 महीने में ही हो गए गड्ढे
ब्रिज का उद्घाटन 21 दिसंबर 2024 को हुआ था, यानी अभी 6 महीने ही हुए हैं। इसका उद्घाटन सांसद शंकर लालवानी और विधायक मधु वर्मा ने किया था। ब्रिज के साथ ही सर्विस रोड भी उखड़ गई है और हालत खराब है।
इंदौर-देवास महाजाम और तीन मौतों के जिम्मेदार नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (NHAI) का एक और कांड सामने आया है। राऊ सर्कल पर बने 43 करोड़ रुपए की लागत वाले ब्रिज में केवल 6 महीनों में गड्ढों की लाइन लग गई। स्थिति यह है कि अब ब्रिज पर बैरिकेड लगाकर वाहन चालकों को गड्ढों से बचाने की कोशिश की जा रही है।
दिसंबर में ही तो शुरू हुआ
इस ब्रिज का उद्घाटन 21 दिसंबर 2024 को हुआ था, यानी अभी 6 महीने ही हुए हैं। इसका उद्घाटन सांसद शंकर लालवानी और विधायक मधु वर्मा ने किया था। ब्रिज के साथ ही सर्विस रोड भी उखड़ गई है और हालत खराब है। यह ब्रिज करीब एक किमी लंबा है।
👉 इंदौर-देवास महाजाम के बाद एनएचएआई का एक और विवाद सामने आया है। राऊ सर्कल पर 43 करोड़ की लागत से बने ब्रिज में केवल 6 महीनों में ही गड्डों की भरमार हो गई है।
👉 इस मामले में सांसद शंकर लालवानी ने शिकायतें मिलने के बाद एनएचएआई को पत्र लिखकर जांच की मांग की है।
👉 एनएचएआई का इंदौर-देवास हाईवे पहले से ही बदहाल स्थिति में है। अर्जुन बड़ौद ब्रिज के निर्माण के दौरान लंबा महाजाम लगा था।
👉 एनएचएआई के हालिया कार्यों पर सवाल उठ रहे हैं, जिसमें देवास-राऊ सर्विस रोड का सुधार भी समय पर नहीं हो पाया। एनएचएआई ने पहले दावा किया था कि दिसंबर 2024 तक सर्विस रोड ठीक कर दी जाएगी।
सांसद ने जांच की बात कही
इस गड्ढे के कारण ब्रिज की गुणवत्ता की पोल खुल गई है। इस मामले में शिकायतें शुरू हो गई है। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि उनके पास शिकायतें आई है और इसके लिए अथारिटी को पत्र लिखा है और इसकी जांच की मांग की है। यह देखा जाना चाहिए कि कहां पर गड़बड़ी हुई है और इसमें विभाग के इंजीनियर, ठेकेदार किसकी गलती है। उल्लेखनीय है यह ब्रिज पहले ही करीब एक साल की लेटलतीफी से बना है।
NHAI हाल के समय में बुरे कामों के लिए चर्चा में अधिक रहा है। इंदौर-देवास सर्विस रोड सही से बनी नहीं, इसके चलते अर्जुन बड़ौद ब्रिज के काम के दौरान घंटों का जाम लगा रहा। बाद में कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को मौका संभालना पड़ा तब सर्विस रोड सुधारी गई। वहीं बाद में अथारिटी ने साफ झूठ बोला कि जाम के चलते किसी की मौत नहीं हुई। उधर हाईकोर्ट में भी वह झूठ बोल चुका है और बीते नंवबर में कहा था कि दिसंबर 2024 में वह देवास-राऊ सर्विस रोड ठीक कर देगा लेकिन वह भी नहीं हुआ।