रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव, सीएम के सामने करोड़ों के एमओयू साइन करेंगे होटल और टूरिज्म इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि

मध्यप्रदेश में हो रहे रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में पर्यटन के विकास पर चर्चाएं और एमओयू साइन होंगे। सीएम मोहन यादव की उपस्थिति में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

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Amresh Kushwaha
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प्रदेश सरकार का ध्यान अब पर्यटन क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। इसके तहत रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल जैसे ग्वालियर, रीवा और भोपाल में पर्यटन को बढ़ावा देना है।

29 और 30 अगस्त 2025 को ग्वालियर में होने जा रहे इस कॉन्क्लेव में पर्यटन के प्रमुख उद्योगपति, होटल मालिक और सरकार के अधिकारी एक साथ जुटेंगे। इस आयोजन में प्रदेश के सीएम मोहन यादव की उपस्थिति में होटल और टूरिज्म इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि करोड़ों रुपए के एमओयू साइन करेंगे।

ग्वालियर में पर्यटन के अवसर

ग्वालियर शहर पर्यटन के लिहाज से बेहद अहम है, जो दिल्ली-आगरा-जयपुर के गोल्डन ट्राइंगल सर्किट से निकटता रखता है। इस सर्किट के अंतर्गत ग्वालियर-चंबल क्षेत्र को भी जोड़ा गया है। यहां पर्यटकों को अंचल की धरोहर, वाइल्डलाइफ और धार्मिक स्थलों का अनुभव कराया जाएगा। इस कॉन्क्लेव के दौरान ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं पर चर्चा होगी।

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उद्योगपतियों और पर्यटन विशेषज्ञों की भागीदारी

कॉन्क्लेव में प्रमुख उद्योगपतियों और पर्यटन विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इनमें टूरिज्म एंड कल्चर के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला, एएसआई के सेवानिवृत्त डायरेक्टर केके मुहम्मद और आगा खां कंजर्वेशन के रतीश नंदा जैसे नाम शामिल होंगे। ये विशेषज्ञ पर्यटन के विभिन्न पहलुओं जैसे ब्रांडिंग, लग्जरी पर्यटन, और होटल उद्योग की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।

एमओयू और एलओए लेटर की संभावना

इस कार्यक्रम में कई एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) और एलओए (लेटर्स ऑफ एग्रीमेंट) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इनमें से कुछ टूरिज्म इंडस्ट्री से संबंधित कंपनियों के बीच होंगे। इसके अलावा, सोशल मीडिया प्रमोशन और पर्यटन विभाग की योजनाओं पर भी चर्चा होगी। इन एमओयू के अंतर्गत नई योजनाओं को लागू करने के लिए समझौते किए जाएंगे। इनसे ग्वालियर और आसपास के क्षेत्र में पर्यटन का विस्तार होगा।

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ग्वालियर में होगा 17 करोड़ रुपए का विकास कार्य

ग्वालियर और चित्रकूट को केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना-2 में शामिल किया गया है। इस योजना के तहत ग्वालियर में 17 करोड़ रुपए का विकास कार्य किया जाएगा। इसमें पर्यटन स्थलों की संवारने और सुविधाओं को बेहतर बनाने की योजनाएं शामिल हैं। पर्यटन विभाग इसके लिए टेंडर जारी कर चुका है और एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

ग्वालियर और चंबल के प्रमुख पर्यटन स्थल

ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में कई ऐतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल हैं। इनमें प्रमुख हैं-

  • ग्वालियर: किला, जय विलास पैलेस, गौस का मकबरा, तानसेन समाधि, गूजरी महल संग्रहालय

  • मुरैना: बटेश्वर, पढ़ावली, शनि मंदिर, मितावली, सिहोनिया, डाल्फिन, देवरी घड़ियाल केंद्र

  • शिवपुरी: माधव राष्ट्रीय उद्यान, जॉर्ज कैसल, सुरवाया की गढ़ी

  • श्योपुर: कूनो नेशनल पार्क

  • दतिया: पीतांबर पीठ और हेरिटेज स्थल

  • ओरछा: हेरिटेज स्थल, रामराजा मंदिर और ग्रामीण पर्यटन

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पर्यटन उद्योग के लिए निवेश और अवसर

ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में पर्यटन उद्योग के लिए निवेश के अवसर बढ़ रहे हैं। कई बड़ी होटल इंडस्ट्रीज के बीच निवेश पर चर्चा हो सकती है, जिससे इस क्षेत्र के होटल उद्योग का विकास होगा। यह कॉन्क्लेव होटल और टूरिज्म इंडस्ट्रीज के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देगा।

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