इंदौर में रिलायंस इंडस्ट्रीज के डीलर के साथ बड़ी धोखाधड़ी सामने आई है। इस मामले में इंदौर की एमजी रोड स्थित नर्मदा एक्सट्रूशंस कंपनी के मित्तल बंधुओं पर पुलिस ने विविध धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। यह धोखाधड़ी 10.94 करोड़ रुपए की है।
यह हैं फरियादी और आरोपी
इस मामले में फरियादी इंदौर के जेबीबी मार्केटिंग प्रालि के ऋषभ सचदेवा हैं, जिन्होंने नर्मदा एक्सट्रूशंस कंपनी के प्रवीण मित्तल, प्रणव मित्तल और वरुण मित्तल निवासी 7/2 खजराना कोठी, बैकुंठ धाम, तिलक नगर, छोटी खजरानी पर केस दर्ज कराया है। क्राइम ब्रांच थाने में आईपीसी की धारा 409, 420 और 34 के तहत यह केस दर्ज हुआ है। मित्तल बंधुओं का ऑफिस राजानी भवन, 569/2 महात्मा गांधी रोड पर है और कारखाना पीथमपुर में स्थित है।
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यह है केस
फरियादी ऋषभ सचदेवा पिता त्रिभुवन सचदेवा, निवासी जय पलासिया, साकेत नगर के पास, पत्रकार चौराहा, इंदौर ने पुलिस को बताया कि वह रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की पेट्रोकेमिकल्स डिवीजन के लिए डेल क्रेडर एजेंट हैं, जो पीवीसी (पॉली विनाइल क्लोराइड), पीपी (पॉली प्रोपेलीन) और पीई (पॉलीएथिलीन) की आपूर्ति कंपनी की ओर से ग्राहकों को करते हैं।
उनकी कंपनी जेबीबी मार्केटिंग द्वारा मित्तल की कंपनी नर्मदा एक्सट्रूशंस लिमिटेड को कच्चे माल की आपूर्ति की गई। लेकिन इसके बदले में उन्हें फर्जी लेटर ऑफ क्रेडिट (LOC) दिया गया। यह क्रेडिट कई बैंकों की ओर से व्हाट्सएप पर भेजी गई, लेकिन असल में भुगतान किया ही नहीं गया। दो साल से राशि की मांग की जा रही है, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं किया गया। फर्जी क्रेडिट के कारण उनकी कंपनी पर ब्याज लग गया और अब बकाया राशि 10.94 करोड़ रुपए हो चुकी है।
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झूठ बोला, धमकाया भी
फरियादी ने बताया कि जब कई बार संपर्क किया गया, तो आरोपियों ने झूठे दस्तावेज और लेटर भेजकर धोखा दिया। कई बार कहा गया कि कंपनी ने रिलायंस को सीधे भुगतान कर दिया, जबकि असल में कोई भुगतान नहीं किया गया। जब जेबीबी मार्केटिंग के कर्मचारी भुगतान मांगने गए, तो सिक्योरिटी गार्ड के जरिए धमकाया गया।
उधर, पुलिस ने भी जांच के दौरान कई बार मित्तल बंधुओं को बुलाया, लेकिन हर बार यही जवाब मिला कि अभी हिसाब का मिलान किया जा रहा है और जल्द जानकारी दी जाएगी। लेकिन वे सामने नहीं आए। इसके बाद पुलिस ने यह केस दर्ज किया।
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