/sootr/media/media_files/2025/10/15/dharmendra-bhadoriya-2025-10-15-21-28-38.jpg)
INDORE. इंदौर के रिटायर्ड जिला आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया के 8 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की गई है। भदौरिया के इंदौर-ग्वालियर के आठ ठिकानों पर 15 अक्टूबर बुधवार की सुबह लोकायुक्त ने कार्रवाई की। शुरुआती जांच में धर्मेंद्र के पास से 18 करोड़ 59 लाख की संपत्ति मिली है। भदौरिया के एक आवास से 4 किलो 21 ग्राम सोना मिला। इसका अनुमानित मूल्य 5 करोड़ 48 लाख रुपए है। लोकायुक्त ने उनकी कमाई से 829 फीसदी अधिक संपत्ति पाई है।
इन जगहों पर हुए छापे
लोकायुक्त के महानिदेशक योगेश देशमुख के निर्देशन में छापे मारे गए। पुलिस अधीक्षक राजेश सहाय के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई हुई। लोकायुक्त इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर की टीम ने छापे मारे। भदौरिया के इंदौर स्थित कैलाशकुंज फ्लेट क्रमांक 201 पर भी छापा मारा गया। इंदौर के आवास गृह पर उप पुलिस अधीक्षक सुनील तालान, राजेश पाठक एवं निरीक्षक सचिन पटेरिया टीम द्वारा सर्चिग की गई।
भदौरिया के एक ही फ्लैट से 12.51 करोड़ की संपत्ति
नकदी- फ्लैट नंबर 201 कैलाशकुंज पलासिया इंदौर से जहां आरोपी धर्मेंद्र भदौरिया भी मौजूद थे। यहां पर एक करोड़ 13 लाख 13 हजार 612 रुपए नगदी मिला है।
सोना- कुल 5 करोड़ 48 लाख 79 हजार 930 रुपए कीमत का 4 किलो 221 ग्राम सोना मिला।
चांदी- आवास से 8 लाख 8 हजार 86 रुपए कीमत का 7 किलो 128 ग्राम चांदी जब्त की गई।
मंहगी घड़ियां, वाहन, साडियां- कुल 2 करोड़ 23 लाख 27 हजार 930 रुपए की अन्य सामग्री वाहन, साडी, घड़ियां, हथियार, परफ्यूम, फर्नीचर आदि तलाशी में पाया गया। इस प्रकार आवास क्रमांक 201 से 9 करोड़ 66 लाख 1 हजार 558 रुपए की चल/अचल सम्पत्ति प्राप्त हुई है। भूमि आदि के दस्तावेज प्राप्त हुए है। 3 लॉकर भी बैंकों में होना पाया है। बैंक खाते और बीमा पॉलिसियां भी प्राप्त हुई है।
बेटे और बेटी ने दिया 2.55 करोड़ का लोन
पुत्र सूर्याश व पुत्री अपूर्वा द्वारा किसी जितेन्द्र चौधरी को लगभग 2 करोड़ 85 लाख रुपए उधार देने का एग्रीमेंट मिला है। बैंक दस्तावेजों से भी इसकी पुष्टि हो रही है। इस प्रकार आवास क्रमांक 201 से कुल 12 करोड़ 51 लाख 1 हजार 558 रुपए खर्च करने के प्रमाण मिले हैं।
तीन फ्लैट 1.91 करोड़ कीमत के
फ्लैट कमांक 402 किराए पर दिया जाना पाया गया है। फ्लेट क्रमांक 403 में पुत्री अपूर्वा व दामाद रहते पाए। तीनों पलेटों की गाइडलाईन अनुसार अनुमानित कीमत 1,92,00,000 रुपए पाई गई है।
अन्य संपत्तियों में यह सब मिला
यवि ग्रीन स्कीम नम्बर 114 इंदौर स्थित फ्लेट कमांक एफ-401 पुत्री अपूर्वा के नाम से पाया गया है। उसमें द डिजाईन चैलेंज व मूवी से संबंधित फर्नीचर व डेकोरेशन पाया गया। फ्लैट कुल 50,32,000/- रुपए का पाया गया है। यहां लोकायुक्त निरीक्षक आशुतोष मिठास के नेतृत्व में लोकायुक्त दल द्वारा सर्चिग की गई थी।
भदौरिया की काउंटीवॉक इंदौर में 4700 वर्गफीट के भूखण्ड पर तीन मंजिला कोठी निर्माणाधीन है। यह आवास 3,36,73,000/- रुपए कीमती पाया गया है। यहां लोकायुक्त निरीक्षक रेणू अग्रवाल के नेतृत्व में सर्चिग की गई।
बिजनेस स्कीम पार्क स्थित विभिन्न कार्यालयों की भी सर्चिग की गई, जिसमें विभिन्न दस्तावेज जब्त हुए हैं। यहां चार दल डीएसपी लोकायुक्त आनन्द चौहान, उप पुलिस अधीक्षक दिनेशचन्द्र पटेल, निरीक्षक प्रतिभा तोमर व निरीक्षक दीपक सेजवार के नेतृत्व में सर्चिग की गई। ग्वालियर में धर्मेन्द्र भदौरिया का पैतृक आवास होना पाया गया है, जो 160 बाय 80 वर्गफीट है। यहां पर 22,78,000 रुपए की चल/अचल सम्पत्ति प्राप्त हुई है।
इंदौर के बिल्डर अशोक एरन के यहां GST छापा, विभाग की कार्रवाई जारी
कुल संपत्ति 18.59 करोड़ की मिली
लोकायुक्त के छापे में अभी तक कुल 18,59,33,508/- रुपए का व्यय आरोपी धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया द्वारा चल/अचल सम्पत्ति पर किया जाना पाया गया है। यदि वेतन/भत्ते से उनकी आय सम्पूर्ण सेवाकाल में लगभग 2,00,00,000 रुपए अनुमानित मानी जाती है तो उनके पास 829.66 प्रतिशत अनुपातहीन सम्पत्ति पाई गई। लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में शून्य पर अपराध कमांक 0/50/2025 धारा 13 (1) बी, 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण संशोधित अधिनियम 2018 के अंतर्गत दर्ज की जाकर प्रकरण विवेचना में लिया गया।
मध्यप्रदेश की अनोखी दिवाली परंपरा, कहीं होता है दो महीने का जश्न, कहीं होती है श्मशान की पूजा
कार्रवाई दल में यह सभी अधिकारी रहे शामिल
सहायक उप निरीक्षक मो. रहीम खान, प्रआर प्रमोद यादव, प्रआर राजप्रताप सिसौदिया, प्रआर दिगम्बर पाल, प्रआर विवेक मिश्रा, प्रआर आशीष शुक्ला, प्रआर शिवकुमार शर्मा, प्रआर रंजीत द्विवेदी, प्रआर हितेश ललावत, आरक्षक विजय कुमार, आरक्षक शिवप्रकाश पाराशर, आरक्षक आशीष नायडू, आरक्षक कमलेश परिहार, आरक्षक माथुर, आरक्षक आदित्य सिंह भदौरिया, आरक्षक शैलेन्द्र सिंह बघेल, आरक्षक चन्द्रमोहन बिष्ट, आरक्षक कृष्णा अहिरवार, आरक्षक राकेश मिश्रा, आरक्षक अनिल परमार, आरक्षक पवन रक्षक मनीष पटोरिया, आरक्षक रामेश्वर निगवाल, आरक्षक मो. इसरार, आरक्षक श्याम शर्मा, प्रभात मोरे, आरक्षक चालक शेरसिंह ठाकुर।