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INDORE. शहर की एक रिटायर्ड महिला प्रोफेसर से एसबीआई का इंश्योरेंस करने के नाम पर बदमाश ने 96 लाख रुपए ठग लिए। महिला प्रोफेसर पूर्व में भी इंश्योरेंस करवा चुकी थी इसलिए उनके झांसे में आ गई। बदमाश ने दो साल तक 34 बार में यह राशि टुकड़े में अपने खाताें में जमा करवाई है। जब अचानक उसका मोबाइल बंद मिला तो फिर महिला प्रोफेसर को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ और वह पुलिस के पास पहुंची। आरोपियों ने कुल 13 बैंकों के 30 खाताें में रुपए जमा करवाए हैं।
एसबीआई इंश्योरेंस अफसर बनकर करते थे बात
सायबर अपराधियों ने 67 वर्षीय महिला से 96 लाख रुपए ठग लिए। आरोपी एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के अफसर बनकर उनसे बात करते थे। महिला भी बिना पड़ताल किए दो साल तक ठगों के खातों में रुपए जमा करवाती रही। रविवार को उसे अपने साथ हुई ठगी का पता चला तो उसने घटना की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज करवाई है।
पहले भी ले चुकी दो पॉलिसी, इसलिए हुआ भरोसा
एडीशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक, अन्नपूर्णा क्षेत्र की रिटायर्ड महिला प्रोफेसर के साथ यह घटना हुई है। महिला ने पुलिस को बताया कि दो साल पहले राजीव शर्मा नामक व्यक्ति का उनके पास कॉल आया था। उसने खुद को एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का अफसर बताया था और पॅलिसी के संबंध में चर्चा की थी। महिला पूर्व में भी दो पॉलीसियां ले चुकी थी इसलिए उसे ठगोरे की बातों पर भरोसा हो गया और उसने महिला से जो भी व्यक्तिगत जानकारियां मांगी वो सब उसने दे दी।
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प्रोसेसिंग फीस के नाम पर ले लिए एक लाख रुपए
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने जमा की गई किश्तों के बारे में बातचीत की और कहा कि वह पॉलिसी रिन्युअल कर अटका हुआ रुपया भी निकलवा देगा। आरोपियों ने झांसे में लेकर रिटायर्ड महिला से एक लाख रुपए प्रोसेसिंग फीस के नाम पर ले लिए और दस्तावेज भी ले लिए। इसके बाद ठग ने महिला से नई बीमा पॉलिसी और बोनस दिलाने के नाम पर भी धोखाधड़ी की।
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बैंक में रखी अपनी एफडी भी तुड़वा ली थी
उन्होंने बताया कि महिला ने बैंक में जमा रुपए तो निकाले ही, साथ ही अपनी कई एफडी भी तुड़वा ली थी। महिला दो साल तक उसे रुपए देते रही। इस दौरान उसने 34 बार में रुपए बदमाशों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद हालही में जब महिला ने ठगोरों को फोन किया ताे उसका फोन बंद मिला। इसके बाद वह मदद के लिए पुलिस के पास पहुंची है। पुलिस अब इंश्योरेंस कंपनी से भी बात करके सारी जानकारी निकलवा रही है। बताया गया कि राशि फर्जी खातों में ट्रांसफर की गई है।
एक अन्य रिटायर्ड प्रोफेसर से भी हो चुकी है ठगी
शहर के एक रिटायर्ड प्रिंसिपल ने साइबर ठगी का शिकार होकर अपनी जीवनभर की पूंजी गंवा दी है। उन्हें शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने का झांसा दिया गया था। इस पर उन्होंने भरोसा करते हुए 1 करोड़ 70 लाख रुपए ठगोरों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। इस राशि को उन्होंने ठगोरों के बताए हुए नौ खाताें में ट्रांसफर कर दिया था। ऐसा करने को लेकर उन्हें ना केवल बैक मैनेजर व एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने भी खूब समझाया, लेकिन वे नहीं माने और सारी रकम गंवा बैठे। अब पुलिस उन ठगोरों के अकाउंट की पड़ताल कर रही है। बताया गया कि वे खाते किराए पर लिए गए थे और पड़ोसी राज्यों से ऑपरेट हो रहे थे।