BHOPAL. मध्यप्रदेश के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय यानी आरजीपीवी ने शोध कार्यों को बढ़ावा देने बड़ा बदलाव किया है। बदलाव पीएचडी (PhD) ऑर्डिनेंस से संबंधित है। इसके जरिए अब विश्वविद्यालय में बीटेक के छात्र सीधे पीएचडी कर पाएंगे।
इसके लिए उन्हें पहले की तरह एमटेक करने की बाध्यता नहीं होगी। यानी पीएचडी करने में उनका समय भी बचेगा और फीस भी। इस बदलाव के बाद आरजीपीवी में तकनीकी शिक्षा में व्यापक बदलाव आने की संभावनाएं बनती नजर आ रही हैं। वहीं बीटेक के छात्र भी इस बदलाव को सकारात्मक मान रहे हैं।
ऑर्डिनेंस में किया बदलाव
पीएचडी के लिए कॉलेज स्टूडेंट्स को स्नातक कोर्स के बाद स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की डिग्री भी हासिल करना जरूरी है। हांलाकि अब प्रदेश की आरजीपीवी यूनिवर्सिटी इस व्यवस्था में बड़ा परिवर्तन करने जा रही है। इसके लिए आरजीपीवी ने पीएचडी ऑर्डिनेंस को बदला है।
इस परिवर्तन के साथ ही कुछ नियम भी लागू किए गए हैं। इस बदलाव के बाद तकनीकी शिक्षा में शोधों को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा मिलेगा क्योंकि इस क्षेत्र में आने वाले छात्रों की संख्या भी बढ़ना तय है।
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छात्रों में बढ़ेगी शोध की रुचि
आरजीपीवी में भी अब तक दूसरे विश्वविद्यालयों की तरह पीएचडी के लिए स्नातकोत्तर डिग्री की बाध्यता थी। स्नातक के छात्रों को मास्टर्स के बाद शोध पाठ्यक्रम में शामिल होने का मौका मिलता था। इसमें लगने वाले अतिरिक्त समय और फीस को देखते हुए ज्यादातर छात्र शोध कार्यों में रुचि नहीं ले रहे थे।
तकनीकी पाठ्यक्रमों के छात्रों में पीएचडी करने वालों की संख्या भी निराशाजनक थी। ये बदलाव ऑर्डिनेंस 2022 के अंतर्गत किया गया है। आरजीपीवी में अब 75 प्रतिशत अंकों से बीटेक करने वाले छात्र सीधे पीएचडी कर पाएंगे। इससे एमटेक में लगने वाला समय और फीस से भी राहत मिलेगी।
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कार्यपरिषद से भी हरी झंडी
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल में अब तक ऑर्डिनेंस 2017 लागू था। इसके तहत ही पीएचडी में प्रवेश दिए जाते थे। इनमें नवीन संशोधन कर हाल ही में ऑर्डिनेंस 2022 तैयार किया गया है। यूजीसी के गाइडलाइन के आधार तक तैयार इस नए ऑर्डिनेंस को विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद ने भी स्वीकृति दे दी है।
पीएचडी में प्रवेश के लिए बीटेक स्टूडेंट को रिटर्न एग्जाम में 70 जबकि इंटरव्यू में 30 प्रतिशत वेटेज मिलेगा। वहीं जेआरएफ छात्रों को लिखित परीक्षा से छूट मिल गई है। उनके जेआरएफ स्कोर को 70 और इंटरव्यू को 30 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा। इसी सत्र से आरजीपीवी में पार्टटाइम पीएचडी भी शुरू होगी लेकिन इसमें केवल सरकारी या प्राइवेट सेवारत लोग ही प्रवेश ले सकेंगे।
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