BHOPAL. मुख्यमंत्री का OSD बताकर ठगी करने वाले दो जालसाजों को साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी अब तक करीब 6 लोगों से 20 लाख रुपए की ठगी कर चुके हैं। दोनों आरोपी सरकारी कर्मचारियों का डाटा हासिल कर उनसे संपर्क कर ट्रांसफर कराने और रुकवाने का झांसा देते थे। इसके बाद झांसे में आए लोगों से लाखों रुपए ऐंठ लिया करते थे।
सीएम का OSD बताकर खातों में डलवाता था रुपए
भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने एक आवेदक की शिकायत के आधार पर निवाड़ी के सौरभ बिलगाइया (32) और हरबल कुशवाह( 23) को गिरफ्तार किया है। आवेदक ने ढाई लाख की ठगी का शिकायती आवेदन दिया था। जिसके बाद पुलिस ने तकनीकी एनालिसिस और साक्ष्यों के आधार पर दोनों को निवाड़ी से गिरफ्तार किया है। सौरभ खुद को मुख्यमंत्री का OSD बताकर ठगी करता है, वहीं हरबल ठगी के पैसों को मनी ट्रांसफर वालों के खातों में डलवाने का काम करता था। दोनों के पास से 2 मोबाइल फोन और 2 सिम कार्ड को जब्त किए हैं।
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वॉट्सएप पर मध्यप्रदेश शासन का लोगो लगाते थे
आरोपी इंटरनेट की मदद से सरकारी कर्मचारियों के डाटा से मोबाइल नंबर आसानी से ले लेते थे। इसके बाद अपने आपको मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर कर्मचारियों के ट्रांसफर होने की जानकारी देते थे। इस्तेमाल किए गए वॉट्सएप नंबर पर वे मध्यप्रदेश शासन का लोगो इस्तेमाल करते हैं। झांसे में लेने के लिए कर्मचारियों को शासन की जारी की हुई फर्जी ट्रांसफर लिस्ट भी भेजते थे।
आरोपियों के कोर्ट में पेश कर जेल भेजा
आरोपी इस तरह से कर्मचारियों को विश्वास में लेने के बाद ट्रांसफर रुकवाने का झांसा देकर उनसे किस्तों में रुपए लेते थे। ठगी के पैसे लेने के लिए बदमाश खुद के खातों को इस्तेमाल नहीं करते, बल्कि गांव के आसपास मनी ट्रांसफर वालों के खातों का इस्तेमाल किसी बहाने से करते हैं। दोनों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।