परिवहन विभाग में काली कमाई के मुख्य आरोपी, आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उनकी पत्नी दिव्या को अब तक दो केंद्रीय जांच एजेंसियां और मप्र लोकायुक्त पुलिस नहीं पकड़ पाई हैं।
सूत्रों के अनुसार, सौरभ फिलहाल दिल्ली और आसपास के शहरों में लगातार लोकेशन बदल रहा है।
परिजनों से संपर्क में है सौरभ
सौरभ की मां उमा शर्मा ने कहा कि सौरभ कहीं भागा नहीं है और जल्द वापस आएगा। जांच में पता चला है कि वह बेंगलुरू की दो मोबाइल सिम का इस्तेमाल कर परिजनों और करीबियों से संपर्क में है।
पूर्व ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की भूमिका संदिग्ध
जांच में यह खुलासा हुआ है कि सौरभ ने मध्य प्रदेश के बाहर कई राज्यों में संपत्तियों में भारी निवेश किया है। एजेंसियां एक पूर्व ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की भूमिका की भी जांच कर रही हैं।
चेकपोस्ट पर वसूली और मारपीट जारी
रीवा के हनुमना चेकपोस्ट पर ड्राइवर से जबरन वसूली और मारपीट के आरोप के बाद दो ट्रांसपोर्ट सब इंस्पेक्टर (टीएसआई) रवि मिश्रा और कुलदीप भार्गव को हटा दिया गया। यह कार्रवाई परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा के निर्देश पर की गई।
ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन की शिकायत
ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि चेकपोस्ट पर जारी वसूली और हस्तक्षेप उनके चेकपोस्ट समाप्त करने के वादे के खिलाफ है।
जांच का भविष्य और सरकार की जवाबदेही
वसूली और आरोपी की गिरफ्तारी में देरी ने सरकार की जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब जांच डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर किरण शर्मा को सौंपी गई है।
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें