मध्य प्रदेश के सागर जिले में पूर्व भाजपा विधायक हरवंश सिंह राठौर के घर से 3 मगरमच्छ रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग की टीम शुक्रवार को पहुंची। आयकर विभाग द्वारा पूर्व विधायक के ठिकानों पर हाल ही में हुई छापेमारी के दौरान यह सूचना मिली थी।
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छापेमारी में बड़े खुलासे
आयकर विभाग ने राठौर और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें 200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ। राठौर के घर से 14 किलो सोना, जिसमें 9.80 किलो सोना जब्त किया गया, और 3.8 करोड़ नकद मिले। साथ ही, बेनामी संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग के दस्तावेज भी बरामद हुए।
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कंस्ट्रक्शन और बीड़ी कारोबार से जुटाई संपत्ति
जांच में यह बात सामने आई कि राठौर बीड़ी और कंस्ट्रक्शन के साथ जमीन के कारोबार में सक्रिय रहे हैं। उनके साझेदार राजेश केशरवानी के ठिकानों से 4.70 किलो सोना, 7 लक्जरी वाहन, और करोड़ों रुपये के नकद लेन-देन के दस्तावेज मिले।
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वन विभाग का मगरमच्छ रेस्क्यू अभियान
पूर्व विधायक के घर मगरमच्छों की मौजूदगी की पुष्टि होने पर वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि वहां कुल कितने मगरमच्छ हैं। राठौर के समर्थक भी इस दौरान उनके बंगले पर जमा हो गए।
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राजनीतिक पृष्ठभूमि
हरवंश सिंह राठौर सागर जिले के बंडा से विधायक रह चुके हैं और वर्तमान में भाजपा जिला अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल हैं। उनके पिता हरनाम सिंह राठौर उमा भारती सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
संपत्ति का ब्योरा और जांच जारी
राठौर और केशरवानी के ठिकानों से आयकर विभाग को 200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का पता चला। इसमें नकद, सोना, बेनामी संपत्तियां और लक्जरी वाहन शामिल हैं। आयकर विभाग ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
मुख्य बातें
3 मगरमच्छों की सूचना के बाद वन विभाग ने कार्रवाई शुरू की।
14 किलो सोना और 3.8 करोड़ नकद बरामद।
200 करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्तियों का खुलासा।
राठौर और उनके साझेदार पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप।