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सोशल मीडिया और कई बिजनेस पोर्टल्स पर जिस नाम ने हाल ही में तहलका मचाया, वह है सतीश सनपाल। कई न्यूज साइट्स ने भी उसे बिलियनेयर बिजनेस टाइकून बताकर सुर्खियों में जगह दी, क्योंकि उसने अपनी बेटी को 5 करोड़ की रोल्स-रॉयस कार गिफ्ट की। लेकिन भारत में दर्ज पुलिस रिकॉर्ड और अदालत के आदेश बताते हैं कि यह शख्स कोई सफल कारोबारी नहीं, बल्कि जबलपुर का भगोड़ा अपराधी है, जो क्रिकेट सट्टा कारोबार का सरगना रहा है।
जबलपुर से भागकर पहुंचा दुबई
सतीश सनपाल अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल में दावा करता है कि उसने 15 साल की उम्र से काम करना शुरू कर दिया था। इसकी शुरुआत जबलपुर से हुई। असलियत यह है कि उसने जबलपुर में ग्रॉसरी स्टोर पर नौकरी से करियर की शुरुआत की। इसके बाद धीरे-धीरे क्रिकेट सट्टा नेटवर्क का बड़ा चेहरा बन गया। मदन महल पुलिस की जांच में सामने आया कि उसने फर्जी कंपनियां बनाकर उनके बैंक अकाउंट खोले और फिर उन खातों में करोड़ों का ट्रांजैक्शन किया।
क्रिकेट का सट्टा खेलने वाले सटोरियों और दलालों से इकट्ठी की गई रकम इन खातों में डाली जाती थी। फिर यह आखिरकार सतीश सनपाल तक पहुंचती थी। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, पकड़े गए केवल एक मामले में ही करीब 20 अरब रुपए का अवैध पैसा इन कंपनियों के जरिए सतीश तक पहुंचा।
इन मामलों में जबलपुर जिला कोर्ट ने उसे फरार घोषित कर दिया, क्योंकि वह कभी कोर्ट में पेश नहीं हुआ और न ही जमानत का आवेदन दिया। सतीश के ऊपर अन्य थानों में भी अपराध दर्ज है पर इस अवैध कमाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मदन महल पुलिस के द्वारा किए गए खुलासे में एक ही मामले में 20 अरब रुपए का लेन-देन सामने आया था।
जबलपुर कोर्ट ने किया है फरार घोषित
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सतीश सनपाल पर जबलपुर जिला अदालत में कई मामले चल रहे हैं। इसमें दो मुख्य मामले, रेगुलर क्रिमिनल ट्रायल 5603/2024 और 3482/2023 शामिल हैं। इनमें उसके खिलाफ IPC की धाराओं 109, 112, 114, 120-B, 420 और गैंबलिंग एक्ट पर प्रकरण दर्ज हैं। RCT 3482/2023 में कोर्ट के द्वारा उसे फरार घोषित किया जा चुका है। इसके बाद से वह आज तक ना तो कोर्ट में पेश हुआ और ना ही किसी अन्य कोर्ट में जमानत का कोई आवेदन लगाया।
सट्टे की रकम से दुबई में Anex ग्रुप के नाम से साम्राज्य
जबलपुर से फरार होकर सतीश सनपाल ने दुबई में Anex Group of Companies के नाम से बिजनेस नेटवर्क खड़ा किया। उसकी आधिकारिक वेबसाइट (satishsanpal.com) पर बताया गया है कि यह ग्रुप रियल एस्टेट, हॉस्पिटैलिटी, नाइट क्लब्स और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में सक्रिय है। हालांकि उसके खिलाफ चल रहे मामलों में पुलिस ने कोर्ट में जो चार्जशीट पेश की है उससे ही साबित हो रहा है कि इन बिजनेस वेंचर्स की नींव उसी सट्टेबाजी से अर्जित अवैध रकम पर टिकी है, जो जबलपुर से दुबई तक पहुंचाई गई। तभी तो 3 से 4 साल के बीच एक जबलपुर का आम सटोरिया, दुबई पहुंचते ही प्रॉपर्टी डीलिंग और कंस्ट्रक्शन करने लगा।
इंटरनेट पर अपने काले इतिहास को मिटाने में जुटा सनपाल
सतीश खुद को UAE सरकार से अवॉर्डेड बिजनेस लीडर बताता है। कथित अवॉर्ड्स की आड़ लेकर उसने अपने लक्जरी लाइफस्टाइल और बिजनेस टाइकून की छवि को प्रचारित किया। इन इवेंट्स और सोशल मीडिया के दिखावे के जरिए वह अपना पुराना काला इतिहास छुपाना चाहता है।
अपनी तारीफ में उसने इतनी खबरें और आर्टिकल प्रकाशित करवा दिए हैं कि अब सर्च करने पर भी हर लिंक में उसकी तारीफ ही नजर आती है। ताकि उसके किसी इन्वेस्टर या ग्राहक को उसकी असलियत और पुराने काले कारनामों की जानकारी इंटरनेट पर ना लग सके।
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फरारी के पीछे चमकदार लाइफ
आज दुबई में सतीश अरबों की संपत्ति, महंगी गाड़ियों और आलीशान बंगलों में रह रहा है। इसका प्रचार खुलेआम अपनी सोशल प्रोफाइल में भी कर रहा है। बेटी को 5 करोड़ की रोल्स-रॉयस गिफ्ट करने जैसी खबरें उसकी पब्लिसिटी स्ट्रैटेजी का हिस्सा हैं। इसके पहले भी वह अपने बेटे को महंगी कार गिफ्ट कर सुर्खियां बटोरने की कोशिश कर चुका है। मगर भारत में अदालत से भगोड़ा घोषित यह शख्स असल में एक सट्टा किंग है, जिसने अपराध से कमाई रकम को बिजनेस के पर्दे में छिपाया।
आपको बता दें कि सतीश सनपाल पहले भी बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के साथ हाई प्रोफाइल पार्टियां करते हुए सोशल मीडिया में दिखावा कर चुका है। हाल ही में उसकी नई कंपनी Anax होल्डिंग के लॉन्च इवेंट में नोरा फतेही और टाइगर श्रॉफ ने डांस किया। इसके साथ ही इस चर्चा का विषय बनाने के लिए उसने भारत से कई सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स को भी दावत दी थी।
इस मामले में हमने सतीश सनपाल से भी उसका पक्ष जानने की कोशिश की थी कि आखिर क्यों वह फरार और भगोड़ा का टैग लेकर दुबई में बैठा है लेकिन हमारे किसी मैसेज या ईमेल का उसकी या उसकी कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं आया।
यह रिपोर्ट बताती है कि किस तरह Anex ग्रुप जैसी चमकदार कंपनियों की आड़ में अपराध की कमाई को वैध बिजनेस के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। साथ ही, कैसे एक भगोड़ा आरोपी बिलियनेयर बिजनेस टाइकून बनकर सुर्खियां बटोर रहा है।
सोशल मीडिया पर खुले आम दिखावा करने के बाद भी इस भगोड़े के खिलाफ कार्यवाही करने से जिम्मेदार एजेंसियां क्यों बच रही हैं। यह अभी भी समझ से परे है। साल 2024 में पुलिस का यह पक्ष सामने आया था कि सतीश सनपाल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उसकी संपत्तियों को भी जब्त किया जाएगा, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि यह पूरी जांच भी ठंडे बस्ते में जा चुकी है।