GWALIOR. ग्वालियर को एसपी ऑफिस में पदस्थ घोटालेबाज आरक्षक अरविंद भदौरिया को पुलिस ने आखिर गिरफ्तार कर लिया है। आरक्षक अरविंद भदौरिया पर घोटाले का आरोप है। आरक्षक भदौरिया ने एसपी ऑफिस में रहने के दौरान तकरीबन 71 लाख रुपए के सरकारी धन की गड़बड़ी की है। कोष व लेखा विभाग ने सिस्टम की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के बाद SP ऑफिस में 71 लाख रुपए की गड़बड़ी पकड़ी है। पुलिस अरविंद भदौरिया को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
कोष और लेखा विभाग ने पकड़ी करतूत
ग्वालियर SP ऑफिस में अफसरों की नाक के नीचे क्लर्क लाखों का घोटाला करता रहा। हद की बात तो यह है कि अफसरों को आरक्षक भदौरिया की करतूतों का पता भी नहीं चला। कोष और लेखा विभाग के कर्मचारियों ने सिस्टम की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के बाद एसपी ऑफिस में 71 लाख रुपए की गड़बड़ी पकड़ी है। इस मामले में क्लर्क अरविंद सिंह भदोरिया को प्रथम दृष्टया दोषी ठहराया जा रहा है।
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2018 से जुलाई 2023 के बीच किया है घोटाला
आयुक्त कोष और लेखा ने मामले की जांच संयुक्त संचालक कोष एलएन सुमन को सौंपी है। इस जांच टीम में चार सदस्य उपसंचालक अर्चना त्रिपाठी, विवेक सक्सेना नरेंद्र सिंह भी शामिल किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से पुराने बिलों की डिटेल्स मांगी गई है। कोष और लेखा अधिकारियों के मुताबिक पुलिस अधीक्षक कार्यालय में यह गड़बड़ी 2018 से लेकर जुलाई 2023 के बीच में की गई है।
5 सालों में हुए भुगतान और बिलों की करेंगे जांच
ट्रेजरी अफसर ने अपनी जांच में पाया कि 71 लाख रुपए का संदिग्ध भुगतान 77 खातों में किया गया है। बिल क्लर्क पुलिस आरक्षक अरविंद सिंह भदौरिया ने अपनी पत्नी नीतू के एसबीआई खाते में 17 लाख रुपए ट्रांसफर किए हैं। वरिष्ठ कोषालय अधिकारी अरविंद शर्मा ने कहा कि इस गड़बड़ी की शिकायत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से कर दी गई है और उनसे रिकॉर्ड भी तलब किया गया है। ट्रेजरी ऑफिसर अब पिछले 5 सालों में हुए भुगतान और बिलों की जांच भी करेंगे। इस तरह का मामला सामने आने के बाद एसपी ऑफिस भी सवालों के घेरे में आया है। आखिर जिस कार्यालय में खुद एसपी बैठते हैं, वहां इस तरह की गड़बड़ी का हो जाना पुलिस अधिकारियों की बड़ी चूक को दिखाता है।