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Seoni. सिवनी में हवाला के करीब डेढ़ करोड़ रुपए दबाने का आरोप पुलिस विभाग पर लगा है। इस मामले में अब आयकर विभाग की भी एंट्री हो गई है। जबलपुर से आयकर विभाग की टीम शुक्रवार (10 अक्टूबर) शाम को सिवनी पहुंची और पुलिस के जरिए जब्त किए गए 1.45 करोड़ रुपए की जांच शुरू कर दी। यह जांच देर रात तक चलती रही। बता दें कि इस मामले में सिवनी की एसडीओपी पूजा पांडे और बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम समेत कुल 10 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
आरोप है कि अफसरों ने नागपुर के शख्स से करीब 3 करोड़ रुपए जब्त किए थे। वहीं, रिपोर्ट में जब्ती केवल एक करोड़ 45 लाख रुपए दिखाए। यही नहीं आरोपी को भी बिना कार्रवाई किए छोड़ दिया। इसकी जानकारी वरिष्ठ अफसरों को भी नहीं दी।
तीन दिन के अंदर पेश करना है जांच रिपोर्ट
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। जबलपुर जोन के आईजी प्रमोद वर्मा के कहने पर जबलपुर के एएसपी आयुष गुप्ता ने इस पूरी घटना की गहन जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को उन्होंने सीलादेही जंगल का दौरा किया, जहां उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और फिर पुलिस कंट्रोल रूम में जाकर सभी संबंधित पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और गवाहों के बयान दर्ज किए। जबलपुर रेंज के आईजी ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट तीन दिन के अंदर पेश करने का आदेश दिया है।
इन अधिकारियों को किया गया सस्पेंड
- पूजा पांडे, एसडीओपी, सिवनी
- अर्पित भैरम, उप निरीक्षक और थाना प्रभारी बंडोल, सिवनी
- माखन, प्रधान आरक्षक 203, एसडीओपी कार्यालय, सिवनी
- रविन्द्र उईके, प्रधान आरक्षक 447, रीडर-एसडीओपी कार्यालय, सिवनी
- जगदीश यादव, आरक्षक 803, एसडीओपी कार्यालय सिवनी
- योगेन्द्र चौरसिया, आरक्षक 306, एसडीओपी कार्यालय सिवनी
- रितेश, आरक्षक 582 ड्राइवर, एसडीओपी कार्यालय सिवनी
- नीरज राजपूत, आरक्षक 750 थाना बण्डोल, सिवनी
- केदार, आरक्षक 610 गनमैन-एसडीओपी सिवनी
- सदाफल, आरक्षक 85, गनमैन-एसडीओपी सिवनी
ऐसे निलंबित अधिकारियों ने की चलाकी
बता दें कि घटना के दिन एसपी सुनील कुमार मेहता भोपाल में थे। निलंबित किए गए अधिकारियों ने एसपी का काम देख रहे एएसपी दीपक मिश्रा को भी पूरी घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। यह साफ हो गया कि अधिकारियों ने जानबूझकर एएसपी से इस मामले को छुपाया, ताकि वह इसकी गंभीरता के बारे में किसी को न बता सकें। पुलिस की इस कार्रवाई ने विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने की कार्रवाई की मांग
इस पूरे मामले पर मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स के जरिए कहा कि सिवनी में पुलिस के जरिए हवाला के करोड़ों रुपए लूटने की घटना (सिवनी हवाला कांड) बहुत चौंकाने वाली है और चिंता का विषय है।
सिंघार ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं, तो जनता अपनी सुरक्षा पर कैसे भरोसा करे? इसके अलावा, उन्होंने बीजेपी सरकार से पुलिस तंत्र में आई इस गिरावट का कारण साफ करने और दोषियों पर सिर्फ निलंबन नहीं, बल्कि कड़ी कार्रवाई करने की मांग की, ताकि पुलिस की विश्वसनीयता वापस आ सके।