सिवनी हवाला लूट कांड : SDOP पूजा पांडे के 'सर' कॉल की सुलझेगी गुत्थी! SIT ने मेटा से मांगा डेटा

सिवनी हवाला कांड में SIT ने एसडीओपी पूजा पांडेय के व्हाट्सएप कॉल डेटा के लिए Meta से मांग की है। जांच में पता चला है कि वह रात भर किसी व्यक्ति से बात कर रही थीं, जिसे वह 'सर' कहकर संबोधित कर रही थीं।

author-image
Jitendra Shrivastava
New Update
seoni hawalakand

Photograph: (thesootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

BHOPAL. सिवनी हवाला कांड मामले ने एक नया मोड़ लिया है। इसमें विशेष जांच दल (SIT) ने एसडीओपी पूजा पांडेय के व्हाट्सएप कॉल का डेटा Meta से मांगा है। 

इस मामले में मुख्य संदिग्ध के रूप में पूजा पांडेय का नाम सामने आ रहा है, जिनसे लूट के दौरान रात भर किसी अज्ञात व्यक्ति से व्हाट्सएप कॉल पर बात करने का खुलासा हुआ है। SIT को आरोपियों से पूछताछ के दौरान यह जानकारी मिली कि पूजा पांडेय उस व्यक्ति को 'सर' कहकर संबोधित कर रही थीं।

लूट की गुत्थी को सुलझाने में मिलेगी मदद

SIT ने Meta से पूजा पांडेय के व्हाट्सएप कॉल्स का डेटा की मांग की है ताकि इस रहस्यमय 'सर' की पहचान की जा सके। SIT को उम्मीद है कि इस डेटा से मामले के अन्य महत्वपूर्ण पहलू सामने आएंगे, जो लूट की गुत्थी को सुलझाने में मदद करेंगे।

टेलीकॉम कंपनी से पूजा पांडेय के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) मांगे गए थे, लेकिन इनमें कोई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं मिली, जिससे SIT को संदेह हुआ कि ये कॉल्स व्हाट्सएप (VoIP) पर की गई थीं। अब SIT ने मेटा से इन व्हाट्सएप कॉल्स का डेटा मांगने के बाद मामले की जांच तेज कर दी है।

यह केस डिजिटल जांच और डेटा की भूमिका को स्पष्ट करता है, और यह दर्शाता है कि कैसे डिजिटल फुटप्रिंट्स की मदद से अपराधियों तक पहुंचा जा सकता है।

ये खबर भी पढ़ें...

सिवनी हवाला कांड के आरोपियों की सुनवाई पर HC ने रोकी लाइव स्ट्रीमिंग, फूट-फूटकर रोए परमार

लूट मामले में पूजा पांडेय संदेह के घेरे में

सिवनी हवाला कांड ने जांच एजेंसियों को चौंका दिया है। यह मामला पुलिसकर्मियों के शामिल होने के कारण और भी जटिल हो गया है। पूजा पांडेय, जो सिवनी जिले में एसडीओपी के पद पर कार्यरत हैं, उनकी भूमिका अब संदेह के घेरे में है। 

आरोपी पुलिसकर्मियों से पूछताछ में यह सामने आया कि पूजा पांडेय घटना के दौरान रातभर एक व्यक्ति से बात कर रही थीं, जिसे वह 'सर' कहकर संबोधित कर रही थीं।

यह जानकारी सामने आने के बाद SIT ने उनके कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) को खंगाला, लेकिन इसमें कोई लंबी कॉल की जानकारी नहीं मिली। इससे SIT को संदेह हुआ कि पूजा पांडेय ने यह बातचीत व्हाट्सएप (VoIP) कॉल के माध्यम से की होगी।

इस वजह से SIT ने अब Meta से व्हाट्सएप कॉल डेटा प्राप्त करने के लिए आवेदन किया है, जिससे यह पता चल सके कि इस 'सर' का असली रूप कौन है और उसका इस लूट से क्या संबंध है।

ये खबर भी पढ़ें...

सिवनी हवाला कांड में 10 पुलिसकर्मी सस्पेंड, मामले में आयकर विभाग की एंट्री, उमंग सिंघार ने किए कई सारे सवाल

पूजा पांडेय का मोबाइल लोकेशन पर ट्रैक

पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना के समय, यानी रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक पूजा पांडेय का मोबाइल उस स्थान पर ट्रैक हुआ, जहां से लूट हो रही थी। यह इलाका सीलादेही बायपास के पास था, जो वारदात की जगह के बिल्कुल पास था।

इस दौरान दो कारोबारियों की लोकेशन भी उसी इलाके में थी, जो 3 करोड़ रुपए लेकर जा रहे थे। यह संयोग नहीं हो सकता और इसके आधार पर SIT को यह संदेह है कि पूजा पांडेय की भूमिका इस लूट में सीधे तौर पर रही हो सकती है।

ये खबर भी पढ़ें...

सिवनी हवाला कांड जैसा झाबुआ के थांदला SDOP पर आरोप, वाहन से 20 लाख चुराए, क्लीन चिट की तैयारी

SIT लेगा मेटा का सहयोग

SIT के अधिकारियों ने मेटा से पूजा पांडेय के व्हाट्सएप कॉल डेटा की मांग की है। मेटा का डेटा कैलिफोर्निया, अमेरिका से प्राप्त होने की संभावना है। इस डेटा को प्राप्त करने से SIT को 'सर' के बारे में और अधिक जानकारी मिल सकती है, जिससे पूरी घटना का पर्दाफाश हो सकता है।

विशेष SIT जांच दल इस डेटा को क्रैक करने की उम्मीद कर रहा है, ताकि मामले के सभी पहलुओं को सही तरीके से समझा जा सके। SIT को उम्मीद है कि इस डिजिटल डेटा की मदद से वे मामले की गुत्थी को सुलझा सकेंगे।

ये खबर भी पढ़ें...

सिवनी हवाला कांड

डीएसपी पंकज मिश्रा का बयान

SIT ने बालाघाट जिले के हॉक फोर्स के DSP पंकज मिश्रा का बयान दर्ज किया है। पंकज मिश्रा ने बताया कि उन्होंने पूजा पांडेय को हवाला की बड़ी रकम के बारे में जबलपुर से नागपुर जाने की सूचना दी थी।

मिश्रा ने कहा कि जबलपुर क्राइम ब्रांच के एक कांस्टेबल ने उन्हें सूचना दी और उन्होंने पूजा पांडेय को इसकी जानकारी दी। हालांकि, मिश्रा ने 'सर' कहे जाने की बात से इनकार किया, क्योंकि वे एक ही बैच के साथी थे और ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाता।

निष्कर्ष:

सिवनी हवाला लूट मामले में पूजा पांडेय की भूमिका पर अब सवाल उठने लगे हैं। SIT की जांच इस मामले की पूरी तस्वीर को सामने लाने के लिए जारी है। पूजा पांडेय और उनके द्वारा किए गए संचार के विश्लेषण से SIT को इस मामले में अहम सुराग मिलने की संभावना है।

Meta से प्राप्त होने वाला डेटा इस रहस्यमय 'सर' की पहचान और लूट की साजिश में उनके योगदान को स्पष्ट कर सकता है। अब जांचकर्ताओं की नजरें इस डिजिटल डेटा पर टिकी हैं, जो इस मामले के प्रमुख रहस्य को उजागर कर सकता है।

व्हाट्सएप कॉल डेटा SIT जांच सिवनी हवाला कांड एसडीओपी पूजा पांडे मेटा
Advertisment