/sootr/media/media_files/2025/09/13/doctor-2025-09-13-16-38-18.jpg)
मध्यप्रदेश के शहडोल (Shahdol) जिले में स्थित बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां दो महिला डॉक्टर आपस में भिड़ गईं और मारपीट शुरू हो गई। यह घटना उस समय घटी जब अस्पताल के लेबर रूम में प्रसव पीड़ा से कराहती महिलाएं सुरक्षित इलाज की उम्मीद से आई थीं। इस घटनाक्रम ने ना केवल अस्पताल के कर्मचारियों बल्कि भर्ती महिलाओं और उनके परिवार वालों को भी हक्का-बक्का कर दिया।
क्या हुआ था लेबर रूम में?
कई मीडिया रिपोर्ट्स और सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, एक महिला डॉक्टर शिवानी लाखिया (Shivani Lakhia) ने एक लिखित शिकायत दर्ज करवाई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सहपाठी इंटर्न डॉक्टर ने न केवल उनके बाल पकड़े बल्कि उन्हें जमीन पर पटककर मारपीट की। महिला डॉक्टर ने यह भी आरोप लगाया कि इंटर्न डॉक्टर ने जान से मारने की धमकी दी और उनके कपड़े तक फाड़ दिए। इस पूरी घटना को अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ, गार्ड और अन्य कर्मचारियों ने देखा, जिन्होंने गवाही दी है।
सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो ने इस घटनाक्रम को और भी गंभीर बना दिया है, क्योंकि इससे अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
अस्पताल में हुई मारपीट
घटना के दौरान हुई मारपीट और उत्पात की सीसीटीवी फुटेज और एक वायरल वीडियो से स्पष्ट हो गया कि अस्पताल के अंदर डॉक्टर्स के बीच झड़प हुई है। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि इंटर्न डॉक्टर ने दूसरी महिला डॉक्टर पर हमला किया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। इस वीडियो ने पूरे कॉलेज प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग (Health Department) में हड़कंप मचा दिया है।
पहले भी विवादों में रह चुके हैं इंटर्न डॉक्टर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कोई पहला विवाद नहीं है जिसमें आरोपित इंटर्न डॉक्टर का नाम सामने आया हो। इससे पहले भी वह नफीस बस विवाद और महादेव प्रकरण जैसी घटनाओं में सुर्खियों में रह चुकी हैं। अब एक और वीडियो सामने आया है जिसमें प्रसव के दौरान डॉक्टर पर हमला करते हुए उनका कैमरा भी छीनने की घटना दिखाई गई है।
कड़ी कार्रवाई की मांग
पीड़िता और अन्य स्टाफ ने आरोपी इंटर्न डॉक्टर के खिलाफ निलंबन और आपराधिक कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि इस घटना ने न केवल महिला डॉक्टरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था भी संदेह के घेरे में आ गई है।
कॉलेज प्रबंधन पर यह आरोप भी लग रहा है कि वे मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरी ओर, पुलिस (Police) और कॉलेज प्रबंधन पर भी दबाव बढ़ गया है, क्योंकि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद मामले की जांच की मांग जोर पकड़ चुकी है।