एमपी में ई-केवाईसी न करवाने से इतने लाभार्थियों को जुलाई में नहीं मिलेगा राशन

शिवपुरी जिले में पीडीएस के तहत ई-केवाईसी न करवाने के कारण 1.44 लाख लाभार्थियों को जुलाई में राशन नहीं मिलेगा। जिले के कई क्षेत्रों में ई-केवाईसी की प्रक्रिया अधूरी है।

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Sandeep Kumar
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शिवपुरी जिले में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 11 लाख 66 हजार 164 लोगों को राशन वितरित किया जाता है। शासन ने राशन वितरण को सुचारु रखने के लिए ई-केवाईसी को अनिवार्य किया था। 30 जून तक इस प्रक्रिया को पूरा करने का निर्देश था।

अब तक 10 लाख 22 हजार 123 लोगों ने e-KYC करवाई है। इसके कारण 1 लाख 44 हजार 41 लाभार्थियों का राशन जुलाई में जनरेट नहीं हो सका। उन्हें इस महीने राशन नहीं मिलेगा।

राशन वितरण प्रभावित

जिले की 19 जनपद पंचायतों और नगर परिषदों में ई-केवाईसी के आंकड़े सामने आए हैं। खनियाधाना और पोहरी जैसे क्षेत्र इस प्रक्रिया में सबसे पीछे हैं। खनियाधाना में 26 हजार 331 हितग्राहियों की ई-केवाईसी लंबित है। पोहरी में 21 हजार 700 लोग इस प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाए हैं। खाद्य अधिकारी शूलेस्वर कुर्रे ने बताया कि जिन लोगों ने ई-केवाईसी नहीं करवाई, उन्हें राशन नहीं मिलेगा।

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क्या ई-केवाइसी में आ रही समस्या? 

विशेष रूप से पांच साल से कम उम्र के बच्चों की ई-केवाईसी की समस्या भी सामने आई है। जिले में 16 हजार 631 बच्चों की ई-केवाईसी लंबित है, जिनका राशन भी जनरेट नहीं हो पाएगा। इसके अलावा 80 वर्ष से अधिक उम्र के कई हितग्राहियों की ई-केवाईसी भी पूरी नहीं हो सकी है।

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राशन की कमी और वितरण में समस्या

जिले में इस महीने राशन वितरण में एक और समस्या सामने आई है, वह है चावल की कमी। जिले में 2862 मीट्रिक टन चावल की कमी बनी हुई है, और बालाघाट और सीधी से चावल की रैक आने की प्रक्रिया जारी है। हालांकि, बारिश के कारण चावल का वितरण प्रभावित हो रहा है और सैकड़ों राशन दुकानों तक चावल नहीं पहुंच सका है, जिससे ई-केवाईसी पूर्ण हितग्राहियों को भी राशन मिलने में परेशानी हो रही है।

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क्या है ई-केवाईसी ?

ई-केवाईसी एक ऑनलाइन प्रक्रिया है जो आपकी पहचान और पते को डिजिटल रूप से सत्यापित करती है। यह पारंपरिक केवाईसी प्रक्रिया का डिजिटल संस्करण है, जो आमतौर पर कागजी दस्तावेजों पर निर्भर करती है। ई-केवाईसी में आपकी जानकारी को आधार नंबर और बायोमेट्रिक डेटा के माध्यम से ऑनलाइन सत्यापित किया जाता है।

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5 प्वाइंट्स में समझे पूरी स्टोरी

✅ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत शिवपुरी जिले में 11 लाख 66 हजार 164 लोगों को राशन वितरित किया जाता है। राशन वितरण को सुचारु बनाने के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य किया गया था। यह प्रक्रिया 30 जून तक पूरी होनी थी।

✅ अब तक केवल 10 लाख 22 हजार 123 लोगों ने ई-केवाईसी पूरी की है, जिससे 1 लाख 44 हजार 41 लाभार्थियों का राशन जुलाई में जनरेट नहीं हो सका है और उन्हें राशन नहीं मिलेगा।

✅ जिले के कुछ क्षेत्रों जैसे खनियाधाना और पोहरी में बड़ी संख्या में लोगों की ई-केवाईसी लंबित है। खनियाधाना में 26 हजार 331 लोग और पोहरी में 21 हजार 700 लोग इस प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाए हैं।

✅ 5 साल से कम उम्र के 16 हजार 631 बच्चों और 80 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्धों की ई-केवाईसी भी लंबित है। इसके कारण इन लोगों का राशन जनरेट नहीं हो सकेगा।

✅जिले में चावल की 2862 मीट्रिक टन की कमी है। बारिश के कारण चावल का वितरण प्रभावित हो रहा है। इसके चलते राशन दुकानों तक चावल नहीं पहुंच पाया, जिससे वितरण में समस्याएं आ रही हैं।

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