मध्य प्रदेश के शिवपुरी में भंडारे का बासी भोजन करने से लगभग 300 लोग बीमार हो गए। गांव में उल्टी-दस्त की समस्या तेजी से फैलने लगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर प्रभावित लोगों का इलाज शुरू किया। हालत गंभीर होने पर 91 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि अन्य मरीजों का गांव में ही इलाज चल रहा है।
मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हुआ भंडारा
पूरा मामला करैरा के ग्राम मामौनीकलां का है। यहां शनिवार को हनुमान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया था। इस मौके पर मंदिर में बड़े स्तर पर भंडारे का आयोजन हुआ। भंडारे में आसपास के गांवों जैसे लेदीपुरा और मजरा-टपरियन के लोग भी शामिल हुए। सभी ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से प्रसाद के रूप में भोजन किया।
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अगले दिन फिर परोसा बचा हुआ भोजन
भंडारे में अधिक मात्रा में भोजन बनाए जाने के कारण काफी भोजन बच गया। आयोजकों ने बचे हुए भोजन को प्लास्टिक की पॉलिथीन से ढककर रख दिया। रविवार को गांव के सभी लोगों को फिर से प्रसाद ग्रहण करने के लिए निमंत्रण दिया गया। ग्रामीणों को सलाह दी गई कि वे घर में भोजन न बनाएं और बचा हुआ प्रसाद ग्रहण करें।
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ग्रामीणों ने घर ले जाकर भी खाया प्रसाद
रविवार को कई ग्रामीणों ने प्रसाद को अपने घरों में ले जाकर भी खाया। सुबह के समय सामूहिक रूप से भोजन करने के बाद ग्रामीणों ने बर्तनों में भरकर भंडारे का बचा हुआ भोजन अपने घर ले गए। कई लोगों ने रविवार शाम को भी वही भोजन किया। इसके बाद लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी।
सोमवार सुबह तक 300 लोग बीमार
सोमवार सुबह तक गांव के लगभग 300 लोग बीमार हो गए। इनमें से 91 लोगों की स्थिति गंभीर हो गई, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में भर्ती मरीजों को डॉक्टरी देखभाल दी जा रही है। शेष बीमार लोगों का इलाज गांव में ही जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है।
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स्वास्थ्य विभाग ने संभाली स्थिति
लोगों की स्थिति गंभीर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम तुरंत गांव पहुंची। विभाग के अधिकारियों ने मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा दी और दवाएं वितरित कीं। अधिकारियों का कहना है कि समय पर इलाज मिलने से सभी मरीजों की हालत में सुधार हो रहा है। टीम ने प्रभावित लोगों को हिदायत दी है कि वे जल्दबाजी में बिना जांचे-परखे भोजन न करें।
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विशेषज्ञों की राय
सामूहिक आयोजनों में भोजन की सही देखभाल और रखरखाव बेहद जरूरी है। खाद्य सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि बासी भोजन से बैक्टीरिया पनपने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे भोजन विषाक्त हो सकता है। ग्रामीणों को इस तरह के मामलों में सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है।
प्रमुख तथ्य
- घटना का स्थान: ग्राम मामौनीकलां, करैरा अनुभाग, शिवपुरी।
- बीमार लोग: लगभग 300 लोग।
- अस्पताल में भर्ती: 91 लोग।
- भोजन का आयोजन: हनुमान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर भंडारा।
- स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई: प्रभावित लोगों का इलाज और दवाओं का वितरण।