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BHOPAL.भोपाल की सड़कों पर बुधवार को एक अनोखा राजनीतिक दृश्य देखने को मिला। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने किसानों के साथ मिलकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के सरकारी आवास के बाहर अनाज बिखेरकर विरोध प्रदर्शन किया।
समर्थन मूल्य की मांग को लेकर प्रदर्शन
कांग्रेस और किसानों ने यह प्रदर्शन फसलों के उचित दाम न मिलने को लेकर किया। साथ ही भावांतर योजना की जगह सीधे समर्थन मूल्य लागू करने की मांग की। इस दौरान किसानों ने प्रदेश की मोहन सरकार पर वादाखिलाफी और धोखा देने का आरोप भी लगाया।
पीसीसी से लेकर बंगले तक पैदल मार्च
प्रदर्शन की शुरुआत प्रदेश कांग्रेस कार्यालय (PCC) से हुई। यहां किसानों ने कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद जीतू पटवारी ने किसानों और कार्यकर्ताओं के साथ पैदल मार्च निकालते हुए शिवराज सिंह चौहान के बंगले की ओर कूच किया। हर किसी के कंधे पर गेहूं की बोरियां थीं, जो इस प्रदर्शन का प्रतीक बन गईं।
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पुलिस ने रोका, पर नहीं रुके पटवारी
जैसे ही पुलिस को इस मार्च की भनक लगी, उन्होंने रेड क्रॉस चौराहे पर बैरिकेडिंग कर रास्ता रोकने की कोशिश की। पुलिस ने पांच बार रोकने की कोशिश की। कभी बैरिकेड्स से, कभी रास्ते में गाड़ियां खड़ी करके रोका, लेकिन जीतू पटवारी पुलिस को चकमा देकर आगे बढ़ते रहे। आखिरकार शिवराज सिंह चौहान के सरकारी आवास तक पहुंच गए।
बोरी फटने से सड़क पर फैल गया गेहूं
बंगले के सामने जैसे ही किसानों ने डेरा डाला, एक बोरी फट गई और गेहूं सड़क पर फैल गया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता वहीं बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। किसान विरोधी सरकार मुर्दाबाद, भावांतर नहीं, सीधे भाव दो जैसे नारों से पूरा इलाका गूंज उठा।
शिवराज ने की चर्चा, हल्की झड़प भी हुई
प्रदर्शन के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने जीतू पटवारी और कुछ नेताओं को अंदर बुलाकर चर्चा की। वहीं, बाहर कुछ कार्यकर्ता बंगले में घुसने की कोशिश करने लगे, जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प की स्थिति बन गई।
भावांतर योजना किसानों के साथ छलावा
जीतू पटवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भावांतर योजना के जरिए किसानों को सिर्फ गुमराह किया गया है। अब समय आ गया है कि किसानों को सीधे समर्थन मूल्य पर फसल बेचने का हक मिले। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाए, तो कांग्रेस और किसान मिलकर राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेंगे।
सड़कों पर बिखरा गेहूं, किसानों का बढ़ता गुस्सा
यह प्रदर्शन सिर्फ एक विरोध नहीं, बल्कि किसानों की जमीनी समस्याओं का एक प्रतीक बनकर सामने आया है। सवाल अब सिर्फ योजनाओं का नहीं, नीतियों की ईमानदारी और क्रियान्वयन की पारदर्शिता का है।
इधर... जीतू पटवारी पर FIR दर्ज
इस प्रदर्शन के बाद टीटी नगर पुलिस ने जीतू पटवारी और मीडिया विभाग अध्यक्ष मुकेश नायक पर FIR दर्ज की। इसमें धारा 188 और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया। पुलिस का तर्क है कि प्रदर्शन की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई, जिससे सुरक्षा और यातायात प्रभावित हुआ।
कांग्रेस ने इस कार्रवाई को "लोकतंत्र का गला घोंटना" बताया और कहा कि वे पीछे नहीं हटेंगे। जीतू पटवारी ने ऐलान किया है कि यदि सरकार ने समर्थन मूल्य को लेकर ठोस निर्णय नहीं लिया, तो कांग्रेस और किसान मिलकर राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेंगे।