45 मिनट तक बंद कमरे में मिले RSS चीफ मोहन भागवत और केंद्रीय मंत्री शिवराज, लगाए जा रहे कई कयास

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मोहन भागवत की मुलाकात के बाद चर्चाएं तेज हो गई हैं। साथ ही, इस बैठक के बाद से चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो गया है।

author-image
Dablu Kumar
New Update
sHIVRAJ BAHAGWAT
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

केंद्रीय कृषि मंत्री और एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मुलाकात की। इस बैठक के बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। अब इस मुलाकात के अलग-अलग मायने भी निकाले जा रहे हैं। साथ ही, इस बात पर भी चर्चा तेज है कि आखिर अचानक शिवराज सिंह चौहान ने भागवत से मुलाकात क्यों की है? इसके पीछे की वजह क्या है? साथ ही यह भी समझने की कोशिश करते हैं कि राजनीतिक पंडित इसे किस तरह से देख रहे हैं?

अब समझते हैं पूरी कहानी

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार (24 अगस्त) को मोहन भागवत से मुलाकात की। इस मीटिंग के बारे में किसी को भी जानकारी नहीं थी। बंद कमरे में दोनों नेताओं की 45 मिनट तक मीटिंग हुई है। खास बात यह है कि दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात लगभग दो साल बाद हुई है। 

ये भी पढ़िए... कांग्रेस नेता ने कहा- लाड़ली बहनों को बोरी में भर देंगे, भोपाल में बीजेपी महिला मोर्चा ने किया विरोध प्रदर्शन

शिवराज और मोहन भागवत की बैठक

बीते रविवार को शिवराज सिंह चौहान और मोहन भागवत के बीच यह बैठक 45 मिनट तक चली। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के झंडेवालान स्थित संघ कार्यालय केशवकुंज में इस बैठक रखा गया। मीटिंग के बाद शिवराज सिंह चौहान सीधे दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। 

ये भी पढ़िए...साहब के लाट साहब बनने की चर्चा, बीजेपी ने क्यों किया गैरों पर करम, अपनों पर सितम और क्या है कैबिनेट विस्तार का अडानी कनेक्शन

इस बैठक से पहले शिवराज गायत्री परिवार के कार्यक्रम में भी शामिल थे। यह कार्यक्रम प्रगति मैदान के भारत मंडपम में हुई। जहां उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और डॉ. चिन्मय पंड्या के साथ मंच साझा की। इसके तुरंत बाद वह संघ कार्यालय केशवकुंज पहुंचे। जहां दोनों की बातचीत हुई। 

बीजेपी संगठन को मिलेगी नई दिशा!

शिवराज की मोहन भागवत से मुलाकात बीजेपी में संगठनात्मक बदलाव के तौर भी देखा जा रहा है। मुलाकात के बाद पार्टी के शीर्ष पद के रेस में शिवराज सिंह चौहान के नाम की भी चर्चा तेज हो गई है। बीते दो साल से उनके नाम पर अटकलों का बाजार गर्म है। 

चर्चा यह भी है कि अगर शिवराज को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाता है, तो यह पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम हो सकता है।

ये भी पढ़िए...केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंची किसान की शिकायत, उनके आदेश पर कीटनाशक कंपनी की जांच, अब FIR

चुनाव से पहले की राजनीति

बीजेपी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में देरी के पीछे सबसे बड़ा कारण आरएसएस और बीजेपी के बीच समन्वय का अभाव माना जा रहा है। इस बैठक के बाद कुछ राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए शिवराज की भूमिका अहम हो सकती है। ऐसे में उनके अध्यक्ष बनने के कयासों को भी बल मिल रहा है।

FAQ

शिवराज सिंह चौहान और मोहन भागवत की बैठक का राजनीति पर क्या असर हो सकता है?
शिवराज और मोहन भागवत की बैठक को बीजेपी के नेतृत्व परिवर्तन से जोड़ा जा रहा है। इस मुलाकात के बाद बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव में शिवराज सिंह चौहान का नाम प्रमुख रूप से उभर कर सामने आया है।
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव कब होगा?
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव का आयोजन सितंबर 2025 में होने की संभावना है। उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद 9 सितंबर से यह प्रक्रिया शुरू हो सकती है। पार्टी की कोशिश है कि 28 सितंबर तक इस चुनाव को संपन्न कर लिया जाए।
शिवराज सिंह चौहान का बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नाम क्यों उभर रहा है?
शिवराज की मोहन भागवत से मुलाकात के बाद उनके नाम को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए एक महत्वपूर्ण उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी के भीतर शीर्ष संगठनात्मक बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट केसाथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧👩 

बीजेपी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान