BHOPAL. मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर और सीनियर रेसिडेंट डॉक्टर्स का स्टायपेंड बढ़ा दिया है। जूनियर डॉक्टरों के स्टायपेंड में तीन हजार तक और सीनियर रेसिडेंट डॉक्टरों का स्टायपेंड चार हजार रुपए तक बढ़ाया गया है। बुधवार, 13 मार्च की शाम को लोक स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग की अवर सचिव सीमा डेहरिया के साइन से आदेश जारी कर दिया गया। इसका फायदा 1 अप्रैल 2023 से मिलेगा।
एसोसिएशन ने हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन मध्यप्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. संकेत सिते और जूडा के प्रवक्ता डॉ. कुलदीप गुप्ता ने बताया कि सरकार ने हमारी मांग मान ली है। लिहाजा, एसोसिएशन ने हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया है।
दो घंटे रही सांकेतिक हड़ताल
स्टायपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर गांधी मेडिकल कॉलेज समेत प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डॉक्टर्स ने बुधवार को 2 घंटे की सांकेतिक हड़ताल की थी। साथ ही, गांधी मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने कॉलेज डीन डॉ. सलिल भार्गव को ज्ञापन दिया। इसमें देर शाम तक आदेश जारी नहीं होने पर गुरुवार को हड़ताल का स्वरूप बदलने की बात कही गई थी। इससे पहले, गांधी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हमीदिया और सुल्तानिया अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने बुधवार सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक रूटीन ओपीडी में काम बंद हड़ताल की।
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नवंबर 2022 के बाद से नहीं बढ़ा था स्टायपेंड
सरकारी मेडिकल कॉलेजों से पीजी कर रहे मेडिकल स्टूडेंट्स ( जूनियर डॉक्टर ) के स्टायपेंड में नवंबर 2022 से बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। जबकि जून 2021 में राज्य सरकार ने जूनियर डॉक्टर्स के स्टायपेंड में बढ़ोत्तरी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक ( CPI ) के आधार पर एनुअली करने की व्यवस्था दी हुई है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ( जीएमसी ) के सदस्यों ने बताया कि राज्य शासन ने 7 जून 2021 को जूनियर डॉक्टरों के स्टाइपेंड में वृद्धि की थी। साथ ही, प्रत्येक वर्ष अप्रैल माह में उस वर्ष के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के अनुसार वार्षिक वृद्धि का भी प्रावधान था। परंतु, अप्रैल 2022 के स्थान पर वृद्धि नवंबर 2022 में हुई। नवंबर 2022 के बाद अप्रैल 2023 में कोई वृद्धि नहीं हुई थी।
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कब-कब बड़ा स्टाइपेंड
- जून 2021 में स्टायपेंड 65000 था।
- नवंबर 2022 में स्टायपेंड 69115 हुआ।
- मार्च 2024 से स्टायपेंड को बढ़ाया गया। इसका फायदा 1 अप्रैल 2023 से मिलेगा।
यह हैं रेसिडेंट डॉक्टर्स की मांगे
- मध्य प्रदेश चुनाव डॉक्टर का मासिक स्टाइपेंड 1 लाख प्रति माह किया जाए। वार्षिक वेतन वृद्धि का रुका हुआ काम पूरा किया जाए l
- मध्य प्रदेश में चिकित्सा से शिक्षा की फीस बाकी राज्यों की तरह ही 10 से 15000 की जाए एवं यूनिवर्सिटी फीस भी काम की जाए।
- मध्य प्रदेश में कार्यरत सभी जूनियर डॉक्टर को 5 वर्षों का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाए।
- मेडिकल कॉलेज में क्लीनिकल डिपार्टमेंट में सीनियर रेजिडेंट्स की सीट बढ़ाई जाए। नॉन क्लीनिकल डिपार्टमेंट में भी सीनियर रेजिडेंट्स की सीट लाई जाए।
- मध्य प्रदेश से रूरल सर्विस बॉन्ड को खत्म किया जाए अथवा अगर कोई चिकित्सक रूरल सर्विस पर जाता है तो उसे अतिरिक्त 20,000 वेतन दिया जाए , क्योंकि बॉन्ड की अवधि SRship में सम्मिलित नहीं होती और फिर छात्रों को असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए अलग से SRship करनी पड़ती है।