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SAGAR. डॉ. हरि सिंह गौर सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्रों ने जमकर हंगामा किया। नाराज स्टूडेंट्स (Students) ने यूनिवर्सिटी मार्ग पर चक्काजाम भी कर दिया। स्टूडेंट्स शुक्रवार अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सुबह 11 बजे से प्रदर्शन कर रहे थे। वे कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता से मिलना चाहते थे।
शाम को करीब 7 बजे कुलपति प्रो. निलिमा गुप्ता से प्रदर्शनकारियों से मिली, लेकिन उनकी बात से स्टूडेंट्स संतुष्ट नहीं हुए। वे कुलपति की गाड़ी के आगे लेट गए। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हटाया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झूमाझटकी भी हुई। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पत्थर भी फेंके। हालांकि, पुलिस ने मोर्चा संभाला और मामला शांत कराया।
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छात्रों ने दोपहर में कुलपति और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अध्यक्ष समेत कई अधिकारियों को ऑडिटोरियम में बंद कर दिया और गेट के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्टूडेंट्स की मांग है कि दिव्यांग छात्रों के लिए ब्रेल बुक्स, प्रिंटर, परीक्षा शुल्क में रियायत समेत अन्य सुविधाएं दी जाए। इन मांगों को लेकर वे कुलपति से मिलने की जिद पर अड़े थे। कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता यूनिवर्सिटी परिसर में स्थित अभिमंच सभागार में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल होने पहुंची थीं। इसमें नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अध्यक्ष प्रो. प्रदीप कुमार जोशी, महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, छतरपुर की कुलगुरु प्रो. शुभा तिवारी, सत्यवती कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. प्रभात मित्तल और जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के प्रो. उमेश होलानी भी मौजूद थे।
गुरुवार रातभर से प्रदर्शनकारी छात्र यूनिवर्सिटी में धरने पर बैठे थे, जबकि कोई अधिकारी उनसे मिलने नहीं पहुंचा। शुक्रवार सुबह 10 बजे जैसे ही उन्हें कुलपति के ऑडिटोरियम में मौजूद होने की जानकारी मिली, वे वहां पहुंच गए। यहां उन्होंने सभी गेट बाहर से बंद कर दिए।
छात्रों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एसडीएम विजय डेहरिया विश्वविद्यालय पहुंचे। सीएसपी यश बिजौरिया भी पुलिस बल के साथ वहां आए। हाथों में डंडे लिए पुलिस को आते देख छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, 'हम उत्पात नहीं कर रहे हैं। हम अपनी कुलपति से बात करना चाहते हैं। विश्वविद्यालय में पुलिस का क्या काम है?' उन्होंने पुलिस वापस जाओ के नारे लगाए।