सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम से इंदौर के अधिवक्ता हिमांशु जोशी, आनंद बहरावत के नाम हाईकोर्ट मप्र जस्टिस के लिए मंजूर
हिमांशु जोशी साल 2003 के अधिवक्ता है और वह अभी मात्र 46 साल के हैं। वह लंबे समय से केंद्र के केस के लिए हाईकोर्ट में केस लड़ रहे हैं। वहीं आनंद सिंह बहरावत भी केवल 46 साल के हैं। वह साल 2001 के वकील है।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की एक जुलाई को हुई बैठक में मप्र हाईकोर्ट जस्टिस के लिए पांच नामों को मंजूर किया है। इसमें इंदौर के युवा अधिवक्ता हिमांशु जोशी के साथ ही युवा अधिवक्ता आनंद सिंह बहरावत का नाम भी शामिल है।
तीन और नाम को किया गया मंजूर
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इसके साथ ही पुष्पेंद्र यादव, अजय कुमार निरंकारी और जय कुमार पिल्लई के नाम को भी मंजूर किया है।
हिमांशु जोशी साल 2003 के अधिवक्ता है और वह अभी मात्र 46 साल के हैं। वह लंबे समय से केंद्र के केस के लिए हाईकोर्ट में केस लड़ रहे हैं। वहीं आनंद सिंह बहरावत भी केवल 46 साल के हैं। वह साल 2001 के वकील है। उनके भाई पी. बहरावत और हर्ष बहरावत दोनों ही एडीजे हैं और पिता भी डीजे बनकर रिटायर हुए थे। MP News
कॉलेजियम प्रणाली भारत में सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति और स्थानांतरण का तरीका है। यह प्रणाली संविधान या कानून से नहीं, बल्कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों से विकसित हुई है।
कौन हैं हिमांशु जोशी?
हिमांशु जोशी साल 2003 के अधिवक्ता है और वह अभी मात्र 46 साल के हैं। वह लंबे समय से केंद्र के केस के लिए हाईकोर्ट में केस लड़ रहे हैं।
कौन हैं आनंद सिंह बहरावत?
आनंद सिंह बहरावत भी केवल 46 साल के हैं। वह साल 2001 के वकील है। उनके भाई पी. बहरावत और हर्ष बहरावत दोनों ही एडीजे हैं