मध्यप्रदेश में जनवरी में तीसरी बार मावठा गिरने की संभावना है। मौसम विभाग ने ग्वालियर, भिंड, शिवपुरी और दतिया में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है। श्योपुर और मुरैना में आंधी चलने की संभावना है।
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत प्रदेश के कई हिस्सों में अगले 2 दिनों तक बारिश और गरज-चमक की स्थिति बन सकती है। इसके बाद 17 जनवरी से ठंड का प्रकोप फिर से बढ़ेगा।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 15 और 16 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) का असर प्रदेश के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में देखने को मिलेगा। इसके बाद ठंडी बर्फीली हवाएं पूरे प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा देंगी।
कड़ाके की ठंड के चलते कई जिलों में नर्सरी से 8वीं तक के स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई हैं। ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, नीमच और मंदसौर जैसे जिलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है।
16 जनवरी: हल्की बारिश और बादल छाए रहने की संभावना।
17 जनवरी: मौसम साफ रहेगा, लेकिन ठंड का असर बना रहेगा।
तापमान में गिरावट
भोपाल, ग्वालियर, इंदौर समेत कई शहरों में तापमान गिरकर 5 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच गया है। सबसे ठंडा सीहोर रहा, जहां तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
FAQ
मावठा गिरने का क्या अर्थ है?
मावठा का अर्थ है सर्दियों के दौरान होने वाली हल्की बारिश, जो फसलों के लिए फायदेमंद होती है।
किन जिलों में बारिश का अलर्ट है?
ग्वालियर, भिंड, शिवपुरी, दतिया, श्योपुर और मुरैना में बारिश और आंधी का अलर्ट है।
क्या स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है?
हां, कई जिलों में नर्सरी से 8वीं तक के स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई हैं।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस क्या है?
वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक मौसमी प्रणाली है, जो सर्दियों में बारिश और ठंड बढ़ाने का कारण बनती है।
ठंड का असर कब तक रहेगा?
17 जनवरी के बाद ठंडी हवाओं के चलते ठंड का असर और बढ़ने की संभावना है।