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INDORE : आदिवासी, दलित छात्रों के मुद्दे को लेकर एबीवीपी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार आमने-सामने हो गए हैं। होस्टल के कुछ छात्रों ने एबीवीपी के पदाधिकारियों के खिलाफ एक शिकायती पत्र लिखा, इसमें किसी का नाम नहीं है। इसे सिंघार ने ट्वीट किया और साथ ही एबीवीपी के पदाधिकारियों को गुंडा बताया। इसके बाद एबीवीपी ने भी सिंघार को पलटवार करते हुए वीडियो जारी किया।
यह बोला सिंघार ने
उमंग सिंघार ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा अपने दलित-आदिवासी-विरोधी एजेंडे को अपने द्वारा पाल-पोस कर गली के गुंडों के माध्यम से पूरा करती है। ABVP छात्रों का नहीं बल्कि बदमाशों का संगठन है जिसे भाजपा अपनी अगली पीढ़ी के लिए तैयार कर रही है। ये लोग आदिवासी और दलित छात्रों को निशाना बनाते रहते हैं!
भाजपा अपने पाले हुए सड़कछाप गुंडों के ज़रिये दलित और आदिवासी विरोधी एजेंडा की प्रतिपूर्ति करती है।
— Umang Singhar (@UmangSinghar) October 23, 2024
ABVP छात्रों का नहीं कुकृत्य करने वालों का संगठन है जिसे भाजपा अपनी अगली पीढ़ी के लिए तैयार कर रही है।
ये लोग #आदिवासी और #दलित छात्रों को अपना निशाना बनाते रहते हैं!
दो दिन… pic.twitter.com/TmKRJqgfix
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एबीवीपी ने यह दिया जवाब
इस पोस्ट के बाद एबीवीपी के महानगर मंत्री रितेश पटेल का वीडियो सामने आया। इसमें उन्होंने कहा कि जो 21 अक्टूबर को घटना हुई इसमें बताना चाहता हूं कि हमारी लॉ कॉलेज में कार्यकारिणी थी। इसके बाद DAVV जा रहे थे, इसके बाद एक कार्यकर्ता का फोन आता है कि हमें होस्टल में रोक लिया गया, चर्चा करने गए तो उन्होंने बिना बात के ही पथराव शुरू कर दिया। सिंघार जी ने ट्वीट किया इसमें बताना चाहता हूं कि जिसे चोट आई है वह भी दलित है और भर्ती है। आप अस्पताल में जाकर देख सकते हैं। छात्रों के बीच में आकर राजनीति नहीं करें। छात्र आपस में समझ लेंगे। एबीवीपी के नगर अध्यक्ष सार्थक जैन का कहना है कि उमंग सिंघार को घटना की पूरी जानकारी ही नहीं है और वह पोस्ट कर रहे हैं।
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शिकायत इन सभी के खिलाफ
शिकायत की कॉपी जो सिंघार ने डाली है इसमें पुलिस आयुक्त को संबोधन हुआ है। आरोपियों में एबीवीपी के नगराध्यक्ष सार्थक जैन, नगर मंत्री रितेश पटेल, भाग मंत्री आशीष पटेल के साथ विविध कॉलेज के एबीवीपी अध्यक्ष जिसमें नितिन पटेल, दीपेंद्र ठाकुर, आलेख दिवेदी, लोकपाल शर्मा, श्याम शुक्ला, विकेंद्र सिंह शाह, अमन सिंह शाह, प्रखंड यादव, विवेश गुर्जर शाह और अभिषेक चौरसिया के नाम लिखे हैं। शिकायत में कहा गया है कि लॉ कॉलेज के बाहर 6-7 कार थी। सभी पर प्रतिबंधित हूटर लगा था। हूटर को जोर-जोर से बजाकर छात्रावास परिसर के सामने से कार निकाली जा रही थी। इस दौरान होस्टल कैंपस में रहने वाले स्टूडेंट्स को जातिसूचक शब्दों से संबोधित किया जा रहा था। इन्हें रोका गया तो आरोपियों ने होस्टल कैंपस में पथराव शुरू कर दिया। कैंपस में कुछ स्टूडेंट्स के साथ मारपीट की।