/sootr/media/media_files/2025/10/17/mahaakal-temple-ai-video-doremon-2025-10-17-08-45-53.jpg)
Ujjain. उज्जैन के महाकाल मंदिर का एक एआई वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है। इसमें डोरेमॉन को मंदिर में प्रवेश करते हुए दिखाया गया है। वीडियो में गार्ड डोरेमॉन को गर्भगृह में जाने से रोकता है।
गार्ड कहता है कि अंदर जाने के लिए वीआईपी पास चाहिए, गैजेट नहीं। इसके साथ ही, वीडियो में एक युवक 250 रुपए में पास बेचते हुए दिखाई देता है। डोरेमॉन पास खरीदकर गर्भगृह में दर्शन करने जाता है। वहीं, वीडियो में गार्ड को जूते पहने देख मंदिर के पुजारियों और श्रद्धालुओं ने आपत्ति जताई है।
गर्भगृह में गार्ड के जूते पहनने का विवाद
वीडियो में डोरेमॉन मंदिर के गर्भगृह में जाने की कोशिश करता है, लेकिन उसे एक गार्ड रोक लेता है। हैरानी की बात ये है कि गार्ड जूते पहने हुए हैं। दरअसल, किसी भी श्रद्धालु को गर्भगृह में जूते पहनकर जाने की अनुमति नहीं है। ये वीडियो धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ दिखाई दे रहा है, जिस पर कई लोगों ने आपत्ति जताई है।
250 रुपए का पास स्टॉल पर बिकते दिखा
वीडियो में एक और दृश्य है। इसमें एक युवक डोरेमॉन को 250 रुपए का वीआईपी पास बेचते हुए दिखाया गया है। यह भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि महाकाल मंदिर में किसी भी इंट्री पास की बिक्री इस प्रकार खुलेआम नहीं होती है। इस तरह का वीडियो धार्मिक स्थल की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला माना जा रहा है।
डोरेमॉन महाकाल वीडियो की खबर को एक नजर में समझें...
|
ये खबर भी पढ़िए...मध्यप्रदेश: महाकाल मंदिर में अब श्रद्धालु करेंगे QR कोड से दान और प्रसाद खरीदने का काम
मंदिर समिति ने दी कार्रवाई की चेतावनी
वीडियो के वायरल होने के बाद महाकाल मंदिर प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है। मंदिर के प्रशासक, प्रथम कौशिक ने कहा कि वीडियो से मंदिर की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने वीडियो फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
समिति ने महाकाल थाना पुलिस को पत्र भी लिखा है। इसमें उन्होंने वीडियो बनाने और वायरल करने वाले यूजर के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आपराधिक मामला दर्ज करने की भी अपील की है।
पुजारियों ने की कार्रवाई की मांग
महाकाल मंदिर के प्रमुख पुजारी महेश शर्मा ने इस वीडियो की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म पर हमला है। उनका कहना था कि ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर बैन किए जाने चाहिए। पुजारी महासंघ ने इस वीडियो के खिलाफ आवाज उठाते हुए इसके निर्माता पर कार्रवाई की मांग की है।