/sootr/media/media_files/2025/07/22/welfare-deputy-commissioner-jagdish-sarwate-2025-07-22-20-59-43.jpg)
MP NEWS: ट्राइबल वेलफेयर के उप आयुक्त, जगदीश प्रसाद सरवटे के खिलाफ EOW जबलपुर ने छापामार कार्रवाई की। इस कार्रवाई में 5.89 करोड़ रुपए की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है। भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच के बाद प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए गए।
इसके आधार पर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित 2018) की धारा 13(1)(बी) और 13(2) के तहत अपराध क्रमांक 111/25 दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई प्रदेश के प्रशासनिक अमले में भ्रष्टाचार को लेकर फिर चिंता का कारण बन गई है।
एक साथ चार शहरों में दबिश
22 जुलाई 2025 को सुबह-सुबह EOW जबलपुर की तीन टीमों ने एक साथ अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी। जबलपुर में शंकर शाह नगर रामपुर स्थित शासकीय आवास, अधारताल स्थित पैतृक निवास और भोपाल के बाग मुगलिया स्थित निजी मकान में सर्च की कार्रवाई की गई।
इसके अलावा, सागर जिले में आरोपी के वर्तमान शासकीय निवास पर स्थानीय EOW इकाई द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इन सभी जगहों पर एक ही समय पर तड़के सुबह छापेमारी की गई, जिससे आरोपी को कोई पूर्व सूचना या सबूत मिटाने का मौका न मिल सके। चारों जगहों पर अलग-अलग टीमों ने एक ही समय पर एक साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
सरकारी आवास से मिली महंगी शराब
जबलपुर के शंकर शाह नगर रामपुर क्षेत्र में डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के सरकारी आवास की तलाशी ली गई। इस दौरान EOW की टीम को तलाशी के दौरान कई चौंकाने वाले सबूत मिले। तलाशी में नगद रकम, घरेलू सामान की इन्वेंट्री और 17 अचल संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज मिले।
सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि 56 महंगी शराब की बोतलें जब्त की गईं, जिनकी कीमत लाखों में आंकी जा रही है। इसके साथ ही आरोपी की मां के नाम पर 10 अलग-अलग संपत्तियों की जानकारी भी दस्तावेजों के माध्यम से सामने आई है। जब्त शराब को लेकर एक अलग मुकदमा पंजीबद्ध कर कार्रवाई की जा रही है।
इन दस्तावेजों की जांच से संकेत मिलता है कि आरोपी ने सरकारी नौकरी में रहते हुए अवैध संपत्ति अर्जित की। इन संपत्तियों का असली जरिया अभी तक साफ नहीं है। ईओडब्ल्यू के सूत्रों के अनुसार, मां के नाम पर खरीदी गई 10 संपत्तियों और LIC व अन्य बीमा कंपनियों के निवेशों सहित एसबीआई में निवेश के आकलन पर यह रकम 300 करोड़ से पार हो सकती है।
आलीशान मकान में मिले जेवर, नकदी और वाहन
EOW टीम ने भोपाल के बाग मुगलिया क्षेत्र में स्थित सरवटे के निजी मकान पर तलाशी ली। इस दौरान 20 लाख 41 हजार की नकद रकम, 3.17 करोड़ रुपए के अचल संपत्ति के दस्तावेज, 1.08 लाख रुपए के सोने के जेवर और 1.29 लाख रुपए के चांदी के आभूषण बरामद हुए। इसके अलावा, मकान से PNB की 14.99 लाख रुपए की एफडी, LIC और SBI लाइफ में निवेश, और तीन वाहन मिले।
ये खबर भी पढ़िए...फर्जी सिग्नेचर, फर्जी ट्रांजेक्शन और पार्टनरों से धोखा, EOW ने दर्ज किया केस
इन वाहनों में 7 लाख रुपए की सेंट्रो कार, 93 हजार रुपए की बाइक और 50 हजार रुपए कीमत की स्कूटर शामिल हैं। टीम को वहां 1.5 करोड़ रुपए मूल्य का एक बंगला, एक अन्य फ्लैट और होशंगाबाद रोड स्थित कोरलवुड बिल्डिंग में एक फ्लैट के दस्तावेज भी मिले हैं। इस घर से मिली जानकारी और दस्तावेजों की गहराई से जांच की जा रही है। इससे कई और वित्तीय अनियमितताएं सामने आने की संभावना है।
5 पॉइंट्स में समझें पूरी स्टोरी👉 22 जुलाई 2025 को ईओडब्ल्यू जबलपुर ने जगदीश प्रसाद सरवटे के खिलाफ छापेमारी की। यह कार्रवाई चार अलग-अलग शहरों में की गई। जबलपुर, भोपाल, सागर और अधारताल में उनके ठिकानों पर छापे मारे गए। 👉 इस छापेमारी में 5.89 करोड़ रुपए की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ। सरवटे के पास कई महंगी संपत्तियां, नकद रकम, आभूषण, वाहन और अन्य निवेश योजनाओं के दस्तावेज मिले। 👉 जबलपुर स्थित सरकारी आवास से 56 महंगी शराब की बोतलें जब्त की गईं। इसके साथ ही 10 संपत्तियों का दस्तावेज मिला, जो उनकी मां के नाम पर थीं। एक अलग शराब के मामले की जांच भी चल रही है। 👉 भोपाल के निजी मकान से 20.41 लाख रुपए नकद, 3.17 करोड़ रुपए के अचल संपत्ति के दस्तावेज, 1.08 लाख रुपए के सोने के जेवर, और 1.29 लाख रुपए के चांदी के आभूषण बरामद किए गए। इसके अलावा, एफडी और बीमा योजनाओं के दस्तावेज और तीन वाहन भी जब्त किए गए हैं। 👉 अभी तक 5.89 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ है, लेकिन जांच जारी है। बैंक खातों, बीमा पॉलिसियों, निवेश योजनाओं और अचल संपत्तियों का मूल्यांकन किया जा रहा है, और आने वाले दिनों में और संपत्तियों का खुलासा होने की संभावना है। |
|
घर में कई जमीनों और बीमा इन्वेस्टमेंट के कागजात
जबलपुर के अधारताल इलाके में स्थित सरवटे के पैतृक मकान की तलाशी में EOW को 3300 वर्गफीट के मकान के दस्तावेज मिले। इसमें एक प्लॉट भी शामिल है, जिसकी अनुमानित कीमत 23 लाख रुपए है। साथ ही, बीमा कंपनियों में निवेश से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं।
इन संपत्तियों के स्वामित्व में आरोपी के अलावा उनके भाई राजा सरवटे का भी नाम सामने आया है। इसके अलावा, एक संयुक्त बैंक लॉकर की जानकारी मिली है जो आरोपी और उसकी मां के नाम पर है। इस मकान से जब्त दस्तावेजों और रसीदों का मूल्यांकन फिलहाल चल रहा है। अनुमान है कि 29.50 लाख रुपए से अधिक की संपत्ति सिर्फ इसी स्थान से सामने आ सकती है। कई दस्तावेजों की इन्वेंट्री अभी तैयार की जानी बाकी है।
संपत्तियों का मूल्यांकन जारी
अब तक की कार्रवाई में 5 करोड़ 89 लाख 95 हजार 624 रुपए की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हो चुका है। ईओडब्ल्यू अधिकारियों का मानना है कि यह आंकड़ा अंतिम नहीं है। कई बैंक खातों, निवेश योजनाओं, लॉकरों, बीमा पॉलिसियों और अचल संपत्तियों का मूल्यांकन अभी जारी है। इसके अलावा, कुछ दस्तावेजों की वैधता की पुष्टि के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि आगे की जांच में और भी ज्यादा संपत्तियों का खुलासा हो सकता है।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧👩