पीथमपुर में यूका कचरा जलना हुआ शुरू, इस लाइव लिंक पर देखें कितना हुआ प्रदूषण
यूका कचरे के निष्पादन के सिलसिले में एक वेब लिंक भी जारी की गई है। इस लिंक पर क्लिक करते ही जूम मीटिंग का एक पेज खुलेगा। इस पर पहले अपना ईमेल आईडी और अपना पूरा नाम दर्ज करना होगा।
इंदौरके पास स्थित पीथमपुर की रामकी एनवायरो फैक्ट्री में आखिरकार शुक्रवार शाम से यूनियन कार्बाइड का कचरा जलना शुरू हो गया है। सरकार द्वारा इसको लेकर लंबे समय से कार्रवाई की जा रही थी। लोगों के मन में जो शंकाएं थीं उनका समाधान किया गया। साथ ही लोगों के मन में कचरे जलने को लेकर उठ रहे डर को समाप्त करने के लिए संभागायुक्त दीपक सिंह खुद अन्य प्रशासनिक व पुलिस अफसरों के साथ पूरे समय फैक्ट्री में ही मौजूद रहे।
इस लाइव लिंक पर क्लिक कर कचरा जलता देखें
मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा यूका कचरे के निष्पादन के सिलसिले में एक वेब लिंक भी जारी की गई है। इस लिंक पर क्लिक करते ही जूम मीटिंग का एक पेज खुलेगा। इस पर पहले अपना ईमेल आईडी और अपना पूरा नाम दर्ज करना होगा। इसके बाद लिंक से लाइव वेबिनार की तरह कचरे को जलते देखा जा सकता है। इसमें जो लाइव वीडियो दिखाया जा रहा है। उसमें फैक्ट्री की चिमनी से धुंआ निकलता हुआ दिख रहा है। वहीं, एक अन्य ऑप्शन पर कचरे के जलने से कितना प्रदूषण हो रहा है वह भी लाइव डाटा मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर दिखाया जा रहा है।
शुक्रवार को सुबह से ही पीथमपुर स्थित रामकी संयंत्र में मध्य प्रदेश पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. नवनीत मोहन कोठारी, धार कलेक्टर प्रियंक मिश्र, आईजी अनुराग, डीआईजी निमिष अग्रवाल, एसपी मनोज कुमार सिंह और मध्यप्रदेश प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी मौजूद रहे। शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे कचरे को भस्मक (इंसीनरेटर) में डाला गया। फैक्ट्री में पहले ट्रायल रन के तहत 10 टन कचरा नष्ट किए जाने की प्रक्रिया पूरी की गई। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। फैक्ट्री परिसर के अंदर स्पेशल आर्म्ड फोर्स (SAF) के 130 जवान तैनात किए हैं, जबकि बाहर डीएसपी रैंक के अधिकारी तैनात हैं। पूरे क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू है।
उल्लेखनीय है कि माननीय उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के मुताबिक प्रशासन द्वारा पीथमपुर क्षेत्र में व्यापक जन जागरूकता का कार्य किया गया। आम जनता सहित विद्यार्थियों और विभिन्न संस्थाओं में जाकर कचरा निष्पादन की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई और बताया कि यह समूची प्रक्रिया पूरी तरीके से सुरक्षित है। इसके कोई भी दुष्परिणाम क्षेत्र की मिट्टी अथवा जल में नहीं आएंगे। वातावरण में भी किसी तरह के हानिकारक गैस का प्रसारण नहीं होगा। संभागायुक्त दीपक सिंह के मार्गदर्शन में व्यापक रूप से चलाए गए इस जनजागरूकता अभियान के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए और क्षेत्र में शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास का वातावरण निर्मित हुआ।