UPSC Result: पिता 12वीं पास, मां स्कूल ही नहीं गई, बेटे को इंदौर पढ़ने भेजा, बच्चों ने पाई सफलता
यूपीएससी ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 के फाइनल नतीजे जारी किए। इनमें इंदौर में पढ़े योगेश राजपूत (AIR 540) और इंदौर की ही गार्गी लौंढे ने (AIR 939) सफलता हासिल की है।
यूपीएससी के रिजल्ट (UPSC Result) में इंदौर के दो छात्रों ने भी सफलता हासिल की है। इसमें से एक योगेश राजपूत के पिता 12वीं पास हैं और मां कभी स्कूल ही नहीं गईं। लेकिन बेटे को पढ़ाई के लिए 10वीं के बाद इंदौर भेज दिया था। इस पर बेटे ने भी काफी मेहनत की और यूपीएससी को सफलतापूर्वक पास कर लिया। वहीं, इंदौर की ही एक अन्य गार्गी ने भी दूसरी बार में परीक्षा पास की है।
इंदौर के दो छात्रों को मिली सफलता
यूपीएससी ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 के फाइनल नतीजे जारी किए। इनमें इंदौर में पढ़े योगेश राजपूत (AIR 540) और इंदौर की ही गार्गी लौंढे ने (AIR 939) सफलता हासिल की है। इसमें खास बात यह रही कि दोनों ने ही सेल्फ स्टडी करके यह मुकाम हासिल किया है। योगेश का चयन 2022 की सिविल सेवा परीक्षा में भी हो चुका है, जबकि गार्गी को इस बार कैट में अच्छा स्कोर करते हुए टॉप 3 आईआईएम से एडमिशन के लिए कॉल आ चुके हैं।
राजगढ़ के उदनखेड़ी के रहने वाले योगेश के पिता बहादुर सिंह 12वीं पास हैं और मां देवबाई कभी स्कूल ही नहीं गई हैं। बचपन से पढ़ाई में होशियार रहे योगेश को दसवीं के बाद पढ़ने के लिए इंदौर भेज दिया था। योगेश ने बताया कि अफसर बनने के लिए वह कई घंटों तक सेल्फ स्टडी करता था। 2019 में यूपीएससी की तैयारी में जुटा था और 2020 में जब परीक्षा दी तो असफल हो गया था। इसके बाद 2021 से अभी तक में यह उसका पांचवा अटैम्ट है। इससे पहले यूपीएससी 2022 में उसका चयन इंडियन पोस्ट एंड टेलीकम्युनिकेशन में अकाउंट एंड फाइनेंस सर्विस में हो चुका है। सर्विस के बाद पढ़ाई के लिए पहले जितना समय नहीं मिल पाता था। इसके लिए वह रोज सुबह और शाम दो–दो घंटे पढ़ाई के लिए निकालता था।
इंदौर से ही एक अन्य छात्र गार्गी के पिता मुकेश लोंढे का फर्नीचर का बिजनेस है और मां भारती गृहणी हैं। गार्गी ने बताया कि यूपीएससी ही मेरा लक्ष्य रहा है। इसलिए सोश्योलॉजी से ग्रेज्युएशन किया। पिछली बार इंटरव्यू तक पहुंच गई थीं, लेकिन 13 अंक से पिछड़ गईं। इसके बाद दोबारा खुद को तैयार किया और मजबूती के साथ पढ़ाई की।
इस बार के इंटरव्यू में पूछा गया सवाल टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। गार्गी ने बताया कि उनसे पूछा कि किसे अपना आदर्श मानती हैं? इस पर उन्होंने देवी अहिल्याबाई होलकर कहा और बताया कि किस तरह से आदर्श और परंपरा का निर्वहन करते हुए उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई। इससे इंटरव्यू काफी प्रभारी रहा। कैट की भी तैयारी की थी। इस बार कैट के स्कोर से मुझे आईआईएम अहमदाबाद, बेंगलुरू और कोलकाता से कॉल आए थे।