पहलगाम आतंकी अटैक: इंदौर के एलआईसी अफसर सुशील से बोले आतंकी कलमा पढ़ो और मार दी गोली
वीणा नगर निवासी सुशील नथानियल एलआईसी में रीजनल मैनेजर हैं और वर्तमान में अलीराजपुर में पदस्थ हैं। वे अपनी पत्नी सरकारी शिक्षिका जेनिफर, 35 वर्षीय बेटी आकांक्षा सूरत में बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच मैनेजर और 25 वर्षीय बेटे गोल्डी के साथ पहलगाम घूमने गए थे।
श्रीनगर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में इंदौर के एलआईसी अफसल सुशील नथानियल को गोली मार दी गई। वे दो बच्चों व पत्नी के साथ श्रीनगर घूमने गए थे। उनके भाई ने बताया कि आतंकियों ने पहले उन्हें घुटनों के बल बैठाया, फिर कलमा पढ़ने के लिए कहा। एलआईसी अफसर ने कहा भी वह क्रिश्चियन हैं और उन्हें कलमा नहीं आता। इस पर आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी। घटना के बाद बुधवार सुबह कलेक्टर आशीष सिंह भी उनके घर पहुंचे हैं। बताया गया कि सुशील का अंतिम संस्कार इंदौर में ही होगा और उनके शव को इंदौर लाने के लिए श्रीनगर प्रशासन से बातचीत चल रही है। सुशील का पैतृक गांव जोबट है, करीबन 30 साल पहले इंदौर में शिफ्ट हो गए थे।
यह है पूरा मामला
एमआर 10 के पास वीणा नगर निवासी सुशील नथानियल एलआईसी में रीजनल मैनेजर हैं और वर्तमान में अलीराजपुर में पदस्थ हैं। वे अपनी पत्नी सरकारी शिक्षिका जेनिफर, 35 वर्षीय बेटी आकांक्षा सूरत में बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच मैनेजर और 25 वर्षीय बेटे गोल्डी के साथ पहलगाम घूमने गए थे। वहां पर जब वे घूम रहे थे उसी दौरान आतंकवादी आए और परिवार के सामने ही सुशील को घुटनों पर बैठने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने सुशील से कलमा पढ़ने के लिए कहा। उसने कहा कि मैं तो क्रिश्चियन हूं और मुझे कलमा पढ़ना नहीं आता है। इस परआतंकियों ने सुशील को गोली मार दी।
सुशील के भाई ने बताया कि जब आतंकवादी पहलगाम में लोगों से उनका नाम पूछकर गोली मार रहे थे तो सुशील को अनहोनी का अंदेशा हो गया था। इस पर उन्होंने पत्नी जेनिफर को पास में ही छिपा दिया था। इससे वह बच गईं, लेकिन उनकी बेटी आकांक्षा जब पिता पर चली गोली में उन्हें बचाने के लिए दौड़ीं तो आतंकियों ने उनके पैर में भी गोली मार दी। इससे वे बुरी तरह जख्मी हो गईं।
बेटे ने रात को इंदौर में परिवार को फोन कर बताई आपबीती
घटना के बाद बेटे गोल्डी ने रात को लगभग साढ़े नौ बजे इंदौर में रहने वाले अपने अन्य परिजनों को फोन करके घटना की जानकारी दी। उसने बताया कि पिता को आतंकियों ने गोली मार दी जिसमें उनकी मौत हो गई, जबकि बहन को पैर में गोली लगने से घायल हो गई है। मां भी गिरने से घायल हो गई हैं। मां और बहन का इजाल स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।
सेना ने इंदौर पुलिस को पहलगाम हमले के मृतकों और घायलों की लिस्ट भेजी है। इसके आधार पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून एवं व्यवस्था) अमित सिंह ने बताया कि आकांक्षा को पैर में गोली लगी है, जबकि जेनिफर भागते समय गिरने से घायल हुई। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, घटना की जानकारी मिलने पर बुधवार सुबह कलेक्टर आशीष सिंह भी परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि घटना के बाद से ही प्रशासन परिवार के संपर्क में है।
घटना को लेकर जनसंपर्क ने परिवार के संबंध में जानकारी सोशल मीडिया पर जारी की है। इसमें बताया गया है कि सुशील नथानियल उम्र 58 साल अभिनंदन नगर MR10 इंदौर। वर्तमान में रीजनल मेनेजर LIC Alirajpur के पद पर पदस्थ थे। इनकी मृत्यु हो चुकी है शव कश्मीर में है, अंतिम संस्कार इंदौर में होगा। जेनिफर पति सुशील नथानियल 54 साल शासकीय शिक्षिका इंदौर हैं। आकांक्षा पिता सुशील नथानियल 35 साल (अविवाहित ) सूरत में बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच में मेनेजर के पद पर है। इनके पैर पर गोली लगी है कश्मीर में इलाज चल रहा है। गोल्डी पिता सुशील नथानियल 25 साल अभिनंदन नगर MR10 इंदौर हैं। सुशील अपने परिवार के साथ पहल गाव घूमने गए थे। सुशील का पैतृक गांव जोबट है, करीबन 30 साल पहले इंदौर में शिफ्ट हो गए थे।