एमपी में पहली बार खुलेगा सफेद बाघ प्रजनन केंद्र, सीजेडए ने दी मंजूरी
मध्य प्रदेश के रीवा में सफेद बाघ प्रजनन केंद्र के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। इससे सफेद बाघों की संख्या बढ़ेगी और वन्यजीव पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा। वन्यजीव कार्यकर्ता ने योजना पर चिंता जताई है।
मध्य प्रदेश के रीवा (Rewa) जिले में सफेद बाघ प्रजनन केंद्र (White Tiger Breeding Center) के निर्माण का प्रस्ताव मंजूर हो गया है। यह पहल सफेद बाघों की घटती आबादी को बचाने के लिए की गई है। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (Central Zoo Authority - CZA) ने इस परियोजना को अपनी बैठक में मंजूरी दी है।
गोविंदगढ़ (Govindgarh) में बनने वाले इस केंद्र के तहत महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव (Maharaja Martand Singh Judev) सफारी और चिड़ियाघर को भी शामिल किया जाएगा। केंद्र की स्थापना से जैव विविधता संरक्षण को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
एमपी के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल (Deputy CM Rajendra Shukla) ने इस परियोजना को वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन विकास के लिए अहम बताया है। उन्होंने केंद्र सरकार के सहयोग का आभार व्यक्त किया।
सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) के नेतृत्व में राज्य सरकार पर्यावरण और वन्य जीव संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध है। इस प्रयास से मध्य प्रदेश अपने 'टाइगर स्टेट', 'लेपर्ड स्टेट' और 'चीता स्टेट' जैसे खिताब को और मजबूती देगा।
वन्यजीव कार्यकर्ता अजय दुबे (Ajay Dubey) ने इस योजना पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि सफेद बाघ प्रजनन केंद्र वन्यजीव संरक्षण के सिद्धांतों के विपरीत हो सकता है। उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को पत्र भी भेजा है।
इस केंद्र के बनने से रीवा जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। सफेद बाघों को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आकर्षित होंगे। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा।